यूपी (UP) के हमीरपुर जिले से विधानसभा चुनाव 2022 में बीजेपी (BJP) ने दोनों सीटों पर जीत दर्ज की. हमीरपुर में दो विधानसभा सीट है, जिसमें हमीरपुर सदर सीट से बीजेपी उम्मीदवार डॉ मनोज कुमार प्रजापति ने जीत दर्ज की है. वहीं, जिले की दूसरी सीट राठ पर मनीषा अनुरागी ने जीत दर्ज की. पिछली बार भी बीजेपी ने यहां की दोनों सीटों पर कब्जा किया था. इस बार भी बीजेपी ही जीती.
बीजेपी की इस जीत का विश्लेषण करने पर एक रोचक कारण सामने आता है. इस जिले की दोनों सीट पर कांग्रेस का दबदबा बहुत समय तक रहा है . अब कांग्रेस पूरे प्रदेश में बेहद कमजोर हो गई है तो इस जिले में उसका वोट बैंक अन्य पार्टियों की ओर शिफ्ट हुआ. कुछ बीएसपी और समाजवादी पार्टी की ओर गए तो वहीं एक बड़े वोट बैंक ने योगी के काम के चलते बीजेपी का रूख किया, इससे बीजेपी की जीत सुनिश्चित हुई.
चलिए जानते हैं हमीरपुर की दोनों सीटों का परिणाम और उसके कारण-
हमीरपुर सदर विधानसभा सीट
इस सीट पर बीजेपी के मनोज कुमार ने 25,485 वोट से जीत हासिल की.यहां पर बीजेपी ने मनोज कुमार,एसपी ने राम प्रकाश,बसपा ने राम फूल निषाद और कांग्रेस ने राजकुमारी सिंह को मैदान में उतारा था
जीते-डॉ मनोज कुमार प्रजापति-बीजेपी-105432 वोट
राम प्रकाश प्रजापति-एसपी-79947 वोट
राम फूल निषाद -बसपा-47299 वोट
राजकुमारी सिंह -कांग्रेस-16437 वोट
राठ विधानसभा सीट
यहां से बीजेपी के मौजूदा विधायक मनीषा ने जीत हासिल की,एसपी ने चंद्रावती वर्मा,बसपा ने प्रसन्ना भूषण और कांग्रेस ने कमलेश कुमार को मैदान में उतारा था
जीतीं-मनीषा अनुरागी-बीजेपी-139373 वोट
चंद्रावती वर्मा-एसपी-77394 वोट
प्रसन्ना भूषण -बसपा-24266 वोट
कमलेश कुमार -कांग्रेस-5164 वोट
वोट प्रतिशत- 64.84
2017 के विधानसभा चुनाव में भी बीजेपी ने यहां की दोनों सीटों पर जीत दर्ज की थी.इस बार भी बीजेपी ने 2017 के परिणाम को दोहराया है.हमीरपुर विधानसभा से पहले बीजेपी के अशोक कुमार सिंह चंदेल विधायक चुने गए थे,इस बार डॉ मनोज कुमार चुने गए.
राठ विधानसभा सीट से मनीषा अनुरागी चुनी गई थीं. इस बार भी मनीषा ने राठ विधानसभा सीट से जीत दर्ज की है
जीत के ये रहे कारण
हमीरपुर जिले की देानों सीटों पर वही पार्टी जीतती है, जिसका दलित और पिछड़ी जाति के मतदाता समर्थन करते हैं. इसकी सीटों पर निषाद जाति की काफी संख्या है. आंकड़ों के लिहाज से भी देखें तो हमीरपुर की सदर विधानसभा पर दलित और पिछड़ी जाति के मतदाताओं की मदद से ही चुनाव जीते गए हैं. इस बार इन्होंने बीजेपी की ओर जाने का मन बना लिया था.
इस जिले में प्रजापति मतदाताओं की संख्या अच्छी खासी है. खासकर सदर सीट पर, जिसके चलते भाजपा ने यहां से मनोज प्रजापति और समाजवादी पार्टी ने राम प्रकाश प्रजापति को प्रत्याशी बनाया. इस वर्ग का वोट सदर सीट पर मनोज प्रजापति को गया और इसके बल पर ही वह जीते. हालांकि जब 2017 में वह समाजवादी पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़े थे तो हार गए थे. इससे प्रतीत हेाता है कि प्रजापति वोटर्स बीजेपी से ही जुड़े रहे हैं.
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