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CAA: 100 दिन तक चले शाहीन बाग प्रदर्शन के अहम पलों पर एक नजर

जब-जब होगी विरोध की बात याद आएगा शाहीन बाग

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वीडियो एडिटर: मोहम्मद इब्राहीम

नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ प्रदर्शन के केंद्र शाहीन बाग की गूंज पूरे भारत में सुनाई दी. 3 महीने तक चले महिला नेतृत्व वाले इस प्रदर्शन के कुछ अहम पलों पर डालते हैं एक नजर.

15 दिसंबर 2019: CAA के खिलाफ दिल्ली के शाहीन बाग में महिलाएं अनिश्चितकालीन प्रदर्शन पर बैठीं.

31 दिसंबर 2019: आधी रात को जब पूरी दुनिया नए साल का जश्न मना रही थी, तब शाहीन बाग में प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रगान से 2020 का स्वागत किया.

17 जनवरी 2020: प्रदर्शनकारियों ने शाहीन बाग में लोहे से बना 40 फीट का भारत का मानचित्र खड़ा किया.

25 जनवरी 2020: दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले गृह मंत्री अमित शाह ने दिया बयान 'बटन इतनी जोर से दबाना की शाहीन बाग में करंट लगे'.

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26 जनवरी 2020: हजारों प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रगान गाते हुए तिरंगा फहराया.

29 जनवरी 2020: CAA के खिलाफ प्रदर्शन कर रहीं नाजिया के चार महीने के बच्चे की कथित तौर पर ठंड से मौत हो गई लेकिन मां ने प्रदर्शन जारी रखने का फैसला किया.

1 फरवरी 2020: शाहीन बाग में कपिल गुर्जर ने गोली चला कर कहा 'सिर्फ हिंदुओं की चलेगी', जिसके बाद उसे गिरफ्तार किया गया.

5 फरवरी 2020: एंटी-CAA प्रदर्शनकारियों ने पंजाब से आए सिख किसानों का स्वागत किया.

18 फरवरी 2020: सुप्रीम कोर्ट ने 2 वार्ताकार वरिष्ठ वकील संजय हेगड़े और वकील साधना रामचंद्रन को प्रदर्शनकारियों से बात कर सड़क खाली करने के आग्रह के लिए भेजा.

23 फरवरी 2020: SC मध्यस्थों ने एफिडेविट जमा किया, जिसमें पुष्टि की गई कि प्रदर्शन शांतिपूर्ण है और सड़क दिल्ली पुलिस ने रोकी है.

22 मार्च 2020: कोरोनावायरस की वजह से प्रदर्शनकारियों ने वहां मौजूद लोगों की संख्या कम की.

24 मार्च 2020: बढ़ते कोरोनावायरस केसों के चलते शाहीन बाग प्रदर्शन स्थल को दिल्ली पुलिस ने खाली कराया. प्रदर्शन के सभी निशान हटाए गए.

CAA-NRC के खिलाफ शाहीन बाग की महिला प्रदर्शनकारियों के जज्बे को इतिहास के जरिये याद किया जाएगा.

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