वह अपनी सोसाइटी की सड़कों को साफ करने के लिए कभी संकोच नहीं करता. उनके लिए कोई काम छोटा या बड़ा नहीं है. प्रमोद राज, पेशे से एक कचरा उठाने वाले हैं. इन्हें भारतीय होने पर गर्व है. तो देखिये अपने इस लेटर टू इंडिया में क्या कहते हैं प्रमोद.
(क्या आपने कभी इंडिया से बात करनी चाही है? हां, बढ़िया. तो आप उसे कैसे लिखेंगे और बताएंगे कि आप एक ‘गुड इंडियन’ हैं या ‘बैड इंडियन’? आप गुस्सा, खुशी, भावुक हो सकते हैं. और अगर आपका जवाब ‘नहीं’ है- कोई बात नहीं, एक शुरुआत हमेशा की जा सकती है. तो चलिए शुरु कीजिए.
शर्म मत कीजिए और लिख भेजिए वो सब कुछ जो आप इंडिया से कहना चाहते हैं. अपना लेटर हमें मेल करें- lettertoindia@thequint.com हम आपका संदेश इंडिया तक जरुर पहुंचाएंगे.)
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