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CAA के 60 दिन: कैसे बढ़ता गया प्रदर्शन, ये रही क्रोनोलॉजी

12 फरवरी को प्रदर्शन के 60 दिन पूरे हो चुके हैं.

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वीडियो एडिटर: पूर्णेंदु प्रीतम और विवेक गुप्ता

कानून बनने के बाद से CAA और NRC के खिलाफ देशभर में विरोध प्रदर्शन जारी हैं. 12 फरवरी को 60 दिन पूरे हो चुके हैं. 12 दिसंबर 2019 राज्यसभा में CAB पास हुआ था.

इस एक्ट के खिलाफ देश के कई हिस्सों में लगातार प्रोटेस्ट हो रहे हैं. विपक्षी पार्टियों के अलावा छात्र बड़ी तादाद में इसका विरोध कर रहे हैं. इसी पर प्रदर्शन के दौरान दिल्ली की जामिया यूनिवर्सिटी में पुलिस घुसी और हिंसा हुई थी. इसको लेकर पूरे देश में विरोध तेज है. दसियों यूनिवर्सिटियों के छात्रों ने प्रदर्शन किया. साथ ही विदेशी छात्रों ने भी इसका समर्थन किया. बॉलीवुड का एक बड़ा हिस्सा इसके खिलाफ बोल रहा है.

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क्या है नागरिकता संशोधन एक्ट 2019?

यह एक्ट सिटिजनशिप एक्ट, 1955 में संशोधन करता है. इस एक्ट के तहत कोई भी ऐसा व्यक्ति भारतीय नागरिकता हासिल कर सकता है जो भारत में जन्मा हो या जिसके माता/पिता भारतीय हों या फिर वह एक तय समय के लिए भारत में रहा हो. एक्ट में नागरिकता देने के और भी प्रावधान हैं. यह एक्ट अवैध प्रवासियों को भारतीय नागरिकता देने से रोकता है.

तय समय तक रहने वाले प्रावधान के तहत सिटिजनशिप एक्ट, 1955 के जरिए ऐसा व्यक्ति भारत की नागरिकता हासिल कर सकता है, जो पिछले 12 महीनों के दौरान भारत में रहा हो, साथ ही पिछले 14 सालों में कम से कम 11 साल भारत में रहा हो. नागरिकता संशोधन बिल 2019, 3 देशों से आए 6 धर्म के लोगों को इस प्रावधान में ढील देने की बात करता है.

संशोधन से किसे मिली राहत

ढील के तहत पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश से  31 दिसंबर 2014 को या उससे  पहले आए हिंदू, सिख, बौद्ध, जैन, पारसी और ईसाई (इन धर्मों के अवैध प्रवासी तक) के लिए 11 साल वाली शर्त 5 साल कर दी गई है. ऐसे में इन देशों से आए मुस्लिमों को पहले से मौजूद कानूनी प्रावधान के तहत ही नागरिकता के लिए अप्लाई करना पड़ेगा.

इसी बात को लेकर देशभर में प्रदर्शन जारी है. कैसे बढ़ता गया ये प्रदर्शन, वीडियो में इसकी क्रोनोलॉजी देखिए.

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