केजरीवाल अंकल, हमें जल्दी यहां से शिफ्ट करा दो, हम रात भर सो नहीं पाते, छत से पानी टपकता है, नालियों में पानी भर जाता है.
-रिया, गोल मार्केट की झुग्गियों में रहने वाली 8 साल की बच्ची.
देश की राजधानी दिल्ली में सरकार की लापरवाही का क्या आलम है, ये हम आपको इस वीडियो के जरिए दिखाने जा रहे हैं. ऐसा नहीं है कि अभी की केजरीवाल सरकार ही इन गरीबों की गुनहगार है, दरअसल पिछली शीला सरकार ने भी इन गरीबों के साथ काफी महंगा मजाक किया है.
देश की राजधानी में ऐसा भी होता है?
ये है दिल्ली के गोल मार्केट का काली बाड़ी इलाका. यूं तो ये पॉश कनॉट प्लेस से महज कुछ मीटर की दूरी पर है, लेकिन यहां की बदहाली देख आप भी हैरान रह जाएंगे. इन झुग्गियों में रहने वाले लोगों को 3 साल पहले ही शीला सरकार ने बवाना, बपरौला और द्वारका में फ्लैट अलॉट कर दिए थे. अपने सपने की कीमत इन्होंने अदा की थी 80-90 हजार रुपये सरकार के पास जमा करा कर.
लेकिन तब से अब तक इनकी जिंदगी में कुछ नहीं बदला है. इनके अंदर सरकार को लेकर कितना गुस्सा है, ये आप द क्विंट की इस एक्सक्लूसिव रिपोर्ट में देख सकते हैं.
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दिल्ली में शहरी गरीबों के लिए 8 साल से खाली पड़े फ्लैट्स अब खंडहर में तब्दील होने की कगार पर हैं. (इस लिंक पर क्लिक करें)
क्यों खाली पड़े हैं दिल्ली में 26,288 फ्लैट्स?
ये जानने के लिए नीचे दिए वीडियो को देखें.
(वीडियो एडिटर- इरशाद आलम)
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