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एक एसिड अटैक सर्वाइवर ने ‘छपाक’ देखकर कैसा किया महसूस?

जब छपाक देखने पहुंची एक एसिड अटैक सर्वाइवर

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एसिड अटैक सर्वाइवर प्रेमलता ने 10 जनवरी को दीपिका पादुकोण की फिल्म 'छपाक' का फर्स्ट डे-फर्स्ट शो देखा. फिल्म देखने के बाद प्रेमलता ने कहा कि 'ये मूवी हर किसी को देखनी ही चाहिए'.

दीपिका पादुकोण की ये फिल्म एक ऐसी शख्स की कहानी है जो देश में एसिड अटैक की शिकार हुईं. पादुकोण का कैरेक्टर एक एसिड अटैक सर्वाइवर लक्ष्मी अग्रवाल से प्रेरित है.

प्रेमलता जब 16 साल की थी, तब उनके पति ने (जिन्हें अब वो छोड़ चुकी हैं) उन पर एसिड फेंका था. इतने साल बाद उन्होंने छपाक देखी और और भावुक हो गईं. मूवी देखने के बाद उन्होंने कहा कि ऐसी 'ब्रेव' मूवी हर किसी को देखनी चाहिए.

“मुझे कई चीजें याद आ गई, जिसके कारण मैं पूरे समय बस रोती ही रही. इससे मुझे मेरी अपनी जिंदगी की कहानी याद आ गई जो भी मेरे साथ हुआ वो सब याद आने लगा. जिस तरह से फिल्म में मालती पर एसिड फेंका गया, जिस तरह से वो अपना चहरा छुपा रही थीं. मैं भी वैसे ही अपना चेहरा छिपाया करती थी. फिर मैंने एक दिन अपने चहरे को ढकना बंद कर दिया, मैं अपना आधा चेहरा छुपाकर रखती थी. जब मैंने अपना दुपट्टा हटाया तो एक महिला डर गई. उस दिन से मैंने अपने चहरे को फिर ढकना शुरू किया, लेकिन वक्त के साथ इसमें सुधार आया है, मेरा चहरा थोड़ा ठीक हुआ है.”
प्रेमलता, एसिड अटैक सर्वाइवर

प्रेमलता का कहना है कि ये मूवी सभी को देखनी चाहिए और खासकर बच्चों को जरूर इसे देखना चाहिए.

‘हर किसी को ये मूवी देखनी चाहिए, इसे देखने के बाद ही वो समझेंगे, बच्चों को भी इसे देखना चाहिए ताकि वो जान पाएं कि अगर कोई ऐसा करता है तो उससे क्या-क्या हो सकता है. फिल्म बहुत अच्छी तरह से बनाई गऊ है. इससे मुझे अपनी पुरानी चीजें याद आ गई. मुझे ऐसा लग रहा था कि ये मेरे साथ हो रहा है, मेरे चहरे पर एसिड फेंका जा रहा है जिस तरह से उस पर (मालती) फेंका गया जब वो कहीं जा रही थी और मुझ पर जब मैं सो रही थी.
प्रेमलता, एसिड अटैक सर्वाइवर

प्रेमलता सिस्टम से लड़ीं. बाद में उनके पति को गिरफतार कर लिया गया. हालांकि अभी जमानत पर बाहर है. प्रेमलता एसिड अटैक पीड़ित को मिलने वाले मुआवजे की स्कीम के तहत मुआवजे के लिए लड़ रही हैं.

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