ADVERTISEMENTREMOVE AD

मोहर्रम के मातम के जरिए इमाम हुसैन को किया याद  

हुसैन अपने साथियों के साथ कर्बला नाम की जगह पर शहीद हो गये थे

Published
छोटा
मध्यम
बड़ा

पूरी दुनिया में शिया समुदाय के लोगों ने मोहर्रम के इस महीने में इमाम हुसैन की शहादत पर मातम मनाया. मुहर्रम को इस्लामी साल का पहला महीना होता है. हजरत मुहम्मद साहब के पोते इमाम हुसैन अपने साथियों के साथ कर्बला नाम की जगह पर शहीद हो गये थे.

इराक में यजीद नाम के बादशाह ने शहीद कर दिया गया था. मोहर्रम के ही महीने में हुसैन और उनके परिवार शहीद हो गए थे. शिया समुदाय के लोग मोहर्रम माह के 10वें दिन काले कपड़े पहनते हैं. आपको बता दें की मुहर्रम को कोई त्‍यौहार नहीं है बल्कि मातम मनाने का दिन है.

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
अधिक पढ़ें
×
×