बक बक बिलाल के इस नए एपिसोड में एक बार फिर हम आपके सामने हैं. इस बार गिरगांव चौपाटी बीच पर हम दादा-दादी से उनके प्यार और शादी के बारे में बात करेंगे. उनसे जानेंगे की पुरानी पीढ़ी के प्यार और अब के प्यार में क्या अंतर है.
इनसे बातें कर हमें अलग ही तरह के प्यार का अनुभव देखने को मिला.उनमें से कुछ ने तो शादी से पहले अपने पार्टनर को देखा तक नहीं था, वहीं कईयों ने कहा कि शादी से पहले उनका अपने पार्टनर के साथ काफी लंबा रिश्ता था.
ये पूछे जाने पर कि लव या अरेंज, कौन सा मैरिज करना चाहिए, ज्यादातर दादा-दादियों ने सुझाव दिया कि अरेंज मैरिज ही करनी चाहिए.
जब ये सवाल मध्यम आयु वर्ग की महिलाओं से पूछा गया तो उन्होंने सीधे तौर पर लव मैरिज के लिए मना कर दिया. उनका कहना था कि अरेंज मैरिज में कुछ गलत होने पर आप कम से कम अपनी मम्मी-पापा से शिकायत तो कर सकते हैं.
टिंडर और बंबल जैसे नए डेटिंग ऐप्स को लेकर उनकी प्रतिक्रिया भी दिलचस्प थी. इसके अलावा लिव इन रिलेशनशिप को लेकर भी उन्होंने अपनी राय रखी.उन्होंने कहा “हम इसे स्वीकार नहीं करेंगे. यह हमें पसंद नहीं है.” उन्होंने सलाह दी की लड़की या लड़का ढ़ूंढने का सबसे बेहतर तरीका है कि रिश्तेदारों की शादियों में नियमित रूप से जाओ.
एक लड़की में कौन से गुण देखने चाहिए, इस सवाल के जवाब में एक महिला ने कहा- "कोई भी चलेगी, लेकिन ईसाई या मुसलमान नहीं."
मुंबई की पुरानी पीढ़ी से लव आज-कल और कल के बारे में बात करना एक अनोखा अनुभव रहा. इस अनुभव को जानने के लिए देखिए पूरा वीडियो.
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