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कर्नाटक: गांववालों ने सेना के जवानों के साथ मनाई बकरीद

बाढ़ में रेस्क्यू का काम कर रहे हैं ये सेना के जवान

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कर्नाटक के बाढ़ प्रभावित बेलगावी जिले में सोमवार को भारतीय सेना के जवानों को शिरगुर गांव के लोगों ने ईद की दावत दी. बेलगावी में भारतीय सेना की मराठा लाइट इंफैन्ट्री रेस्क्यू ऑपरेशन कर रही है.

स्थानीय मुसलमानों ने जवानों के साथ ईद की नमाज भी अदा की और बाद में सेवइयां और बिरयानी का लुत्फ उठाया. मराठा लाइट इंफैन्ट्री के मेजर राठौर इस इलाके में रेस्क्यू ऑपरेशन की निगरानी कर रहे हैं.

सोमवार, 12 अगस्त की सुबह पूर्व प्रधानमंत्री और जेडीएस के नेता एचडी देवगौड़ा ने पीएम नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखी. देवगौड़ा ने पीएम से मांग की है कि वो राज्य में बाढ़ से हुई तबाही को देखते हुए पांच हजार करोड़ का अंतरिम राहत जारी करें. साथ ही इसे राष्ट्रीय आपदा भी घोषित किया जाए.

कर्नाटक स्टेट नेचुरल डिजास्टर मॉनि‍टरिंग सेंटर के मुताबिक, 1 अगस्त के बाद से कर्नाटक में बाढ़ के कारण 40 लोगों की जान जा चुकी है और 14 लोग लापता हैं. वहीं राज्यभर में 5 लाख 81 हजार 702 लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं.

एनडीआरएफ, भारतीय सेना और अन्य कई एजेंसियां स्थानीय प्रशासन के साथ मिलकर राहत और बचाव का काम कर रही है.

कर्नाटक के 14 जिले बाढ़ से बेहाल

कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने केंद्र सरकार से उत्तर-पश्चिम और तटीय क्षेत्रों में राज्य के 14 बाढ़ प्रभावित जिलों में राहत कार्यों के लिए 3,000 करोड़ रुपये की सहायता राशि की मांग की है, जो एक अगस्त से ही भारी मॉनसूनी बारिश और तूफान से प्रभावित है.

येदियुरप्पा ने कहा, "मैंने राहत कार्यों के लिए 3,000 करोड़ रुपये की केंद्रीय सहायता की मांग की है. उत्तर-पश्चिम, मध्य और तटीय क्षेत्रों में राज्य के 14 जिलों में भारी मॉनसूनी बारिश और बाढ़ से पिछले 10 दिनों के दौरान 24 लोगों की मौत हुई है और लगभग 14,000 मकानों को नुकसान पहुंचा है."

  • राज्य सरकार ने प्रभावित जिलों में बचाव और राहत कार्यों के लिए पिछले 2-3 दिनों में 100 करोड़ रुपये जारी किए हैं. प्रभावित जिलों में स्थिति की समीक्षा करने के बाद, मुख्यमंत्री ने कहा कि बाढ़ और भूस्खलन ने 24 लोगों की जान ली है, जबकि 2,35,105 लोगों को निकालकर सुरक्षित क्षेत्रों में ले जाया गया.
  • प्रभावित क्षेत्रों में 624 राहत शिविरों में शरण लेने वाले 1,57,498 लोगों को पीने का पानी, भोजन, दवाइयां, कपड़े, कंबल और अन्य सुविधाएं दी जा रही हैं और उनके क्षतिग्रस्त मकानों की मरम्मत की जा रही है.
  • प्रभावित जिलों में लगातार बारिश के कारण बाढ़ की स्थिति गंभीर है.
  • बाढ़ से सड़क, राजमार्ग, सरकारी इमारतें, बिजली के खंभे, ट्रांसफॉर्मर और अन्य बुनियादी सुविधाओं सहित सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचा है.
  • क्षतिग्रस्त सड़कों और राजमार्गों की लंबाई 2,450 किमी है और 1,427 करोड़ रुपये का नुकसान होने का अनुमान है, क्योंकि 530 पुल और 56 सार्वजनिक भवन भी क्षतिग्रस्त हुए हैं.
  • बाढ़ की वजह से 3,22,448 हेक्टेयर कृषि भूमि को नुकसान हुआ है और किसानों को राज्य और केंद्रीय कृषि बीमा योजना के तहत मुआवजा दिया जाएगा.
  • बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों से 44,013 मवेशियों को भी बाहर निकालकर शेल्टर होम ले जाया गया, लेकिन 222 पशुधन बाढ़ में मारे गए.
  • राज्य के 14 प्रभावित जिले- बगलकोट, बेलगावी, बीजापुर (विजयपुरा), चिकमंगलुरु, दक्षिण कन्नड़, धारवाड़, गडग, हासन, हुबली, कोडागू, मैसूर, शिवमोगा, उडुपी और उत्तर कन्नड़ हैं.

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