वीडियो प्रोड्यूसर: मौसमी सिंह
वीडियो एडिटर: पूर्णेन्दु प्रीतम
छत्तीसगढ़ में 3 अप्रैल को बीजापुर-सुकमा सीमा पर सुरक्षा बलों पर नक्सली हमला हुआ था. इस हमले में 22 जवान शहीद हो गए थे. करीब 30 जवान घायल भी हो गए थे. इस घटना के बाद सवाल उठ रहे हैं कि पुलिस और सुरक्षाबलों की तरफ से इंटेलिजेंस फेलियर हुआ है. लेकिन राज्य के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल इस बात से इनकार करते हैं.
बघेल ने क्विंट हिंदी के साथ बातचीत में कहा कि 'ये पहली बार है जब हम नक्सलियों की मांद में घुस कर हमला कर रहे हैं.' भूपेश बघेल का कहना है कि नक्सली अब सिर्फ बीजापुर और सुकमा के कुछ इलाकों में सिमटकर रह गए हैं और इसी वजह से उनकी बौखलाहट बढ़ रही है.
मुख्यमंत्री बघेल ने कहा, "मैं नहीं मानता कि इस घटना में कोई इंटेलिजेंस फेलियर था."
छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद खत्म क्यों नहीं हुआ?
भूपेश बघेल का कहना है कि नक्सलवाद के खिलाफ जो लड़ाई पश्चिम बंगाल, तेलंगाना और आंध्र प्रदेश जैसे राज्यों में लड़ी गई, उसकी तुलना छत्तीसगढ़ से करना ठीक नहीं है.
“छत्तीसगढ़ की भौगोलिक स्थिति अलग तरह की है. बहुत घने जंगल है, बसावट काफी दूर-दूर है, ऐसे में नक्सलियों को पकड़ पाना या उन्हें घेर पाना मुश्किल काम है. क्योंकि ये वो जगहें हैं, जहां न सड़क है, न बिजली है. हमारे जवान मीलों दूर जाकर ऑपरेशन करते हैं.”भूपेश बघेल, छत्तीसगढ़ के सीएम
भूपेश बघेल ने कहा, "ऐसा पहली हो रहा है कि हम नक्सलियों के हेडक्वार्टर कहे जाने वाले इलाकों में घुसकर ऑपरेशन करके आए. 2000 जवान गए थे. 4 टुकड़ी वापस आ गई थीं, एक के साथ नक्सलियों की मुठभेड़ हो गई. मुठभेड़ की जगह युद्ध कहना चाहिए."
बघेल ने कहा कि हमारे 22 जवान शहीद हुए हैं, लेकिन नक्सली भी बड़ी संख्या में मारे गए हैं. उन्होंने कहा, "नक्सली अभी सिर्फ 5 मौत का आंकड़ा बता रहे हैं, लेकिन ये संख्या बहुत ज्यादा है."
इस समस्या से निपटने में कितना समय और लगेगा?
बघेल ने कहा कि नक्सली अब सिर्फ सुकमा और बीजापुर के कुछ क्षेत्रों में सिमटकर रहे गए हैं और इससे वो बौखला गए हैं. मुख्यमंत्री ने कहा, "लेकिन ये क्षेत्र महाराष्ट्र, ओडिशा और तेलंगाना से घिरा हुआ है. हमला करने के बाद नक्सली इन राज्यों में भाग जाते हैं."
“जब तक इन राज्यों के साथ मिलकर संयुक्त कार्रवाई नहीं की जाती, तब तक कोई समय सीमा बता पाना मुश्किल है.”भूपेश बघेल, छत्तीसगढ़ के सीएम
सीएम बघेल ने कहा कि उम्मीद है जल्दी ही ये लोग और इनके नेता घेरे में आ जाएंगे.
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