ADVERTISEMENTREMOVE AD

Video | महाराष्ट्र पर सबसे शानदार हेडलाइन ये रही

महाराष्ट्र: तख्तापलट की कहानी पर ये हैं अखबारों की पंचलाइन

छोटा
मध्यम
बड़ा
ADVERTISEMENTREMOVE AD

महाराष्ट्र की सियासत में 23 नवंबर का दिन काफी अहम रहा. लंबे घटनाक्रम में कई सारी खबरें आईं. इन खबरों को अखबारों ने अपनी हेडलाइंस में दिलचस्पी के साथ समेटा. वैसे अखबरों की हेडलाइन सिर्फ घटना नहीं बताती बल्कि वो एक नजरिया भी पेश करती हैं मतलब उसमें एक एडिटोरियल टेक भी होता है. तो चलिए आपको बताते हैं कि आज के अखबारों ने अपने पहले पन्नों पर कल के घटनाक्रम को किस तरीके से उकेरा हैं. उनकी क्या पंचलाइन है.

टेलीग्राफ का तंज-

क्रांतिकारी हेडलाइन लिखने के लिए मशहूर अंग्रेजी के अखबार टेलीग्राफ ने सीधा सियासतदानों पर तंज किया है और इस सत्ता के खेल में आम आदमी कैसे मूर्ख बना है उसको बयां करते हुए लिखा है. We the idiots. मतलब हम मूर्ख लोग.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

इंडियन एक्सप्रेस ने लिखा है While You were sleeping. मतलब जब आप सो रहे थे तब खेल हो गया.

हिंदुस्तान टाइम्स ने लिखा है-  Maharashtra Drama Continues Fadanvis is CM, Ajit is deputy. मतलब महाराष्ट्र का नाटक जारी है, अब फडणवीस मुख्यमंत्री और अजित उनके डेप्युटी

टाइम्स ऑफ इंडिया ने क्रिकेटिया अंदाज में हेडलाइन बनाई है Game Changer: Ajit packs Pawar play with late reverse swinger. खेल के आखिरी दौर में अजित पवार की रिवर्स स्विंग

The Sunday Statesman ने हेडलाइन में लिखा है Maha Twist in Maharashtra Tale. मतलब महाराष्ट्र की कहानी में बड़ा ट्विस्ट

हिंदी के अहम अखबार

दैनिक जागरण ने लिखा है महा उलटफेर

नवभारत टाइम्स अखबार ने हेडलाइन में बीजेपी को शहंशाह बताया है और शाह का इशारा अमित शाह की तरफ रखा है. हेडलाइन है. 'अजीत पावर से बीजेपी शहंशाह'

अमर उजाला अखबार ने काफी लंबी हेडलाइन बनाई है. 'रात भर में बदल गई बिसात.. फडणवीस ने खींची उद्दव की कुर्सी, अजित पवार बने डिप्टी सीएम, अब सुप्रीम कोर्ट में मामला'

जनसत्ता ने काफी सुस्त हैडलाइन लिखी है- 'फडणवीस बन गए मुख्यमंत्री'

दैनिक भास्कर ने भी पवार, पवार का खेल करते हुए हेडलाइन लिखी है- ' पवारफुल पॉलिटिक्स'

हिंदुस्तान अखबार ने अनिश्चितता को बयां करते हुए हेडलाइन लिखी है- महाराष्ट्र में पल में तोला पल में माशा

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
×
×