वीडियो एडिटर: अभिषेक शर्मा/वरुण शर्मा
24 सितंबर को दिल्ली के आईटीओ स्थित इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया (ICAI) के कार्यालय परिसर में 1000 से ज्यादा छात्र जमा हुए. ये सभी “200-500 रुपये ज्यादा ले लो, कॉपी फिर से चेक करा लो” के नारे के साथ अपनी परीक्षा कॉपी की सही जांच नहीं किए जाने का विरोध कर रहे थे.
रीचेकिंग की मांग करने वाले छात्रों का आरोप है कि बिना किसी कारण के उनके नंबर काट लिए गए. यहां तक कि सही जवाब को भी गलत बता दिया गया.
ICAI साल में दो बार परीक्षाएं आयोजित करता है - मई और नवंबर. मई में आयोजित परीक्षा के परिणाम अगस्त में घोषित किए गए थे, जिसके बाद कई छात्रों ने आरटीआई और कथित तौर पर कुछ खामियों की वजह से अपने पेपर हासिल कर लिए थे.
कांग्रेस नेता राहुल गांधी भी छात्रों के समर्थन में सामने आए. राहुल गांधी ने ट्वीट कर लिखा-
"देश में 12 लाख सीए छात्र, आईसीएआई द्वारा अपने एग्जाम पेपर्स की दोबारा जांच कराने के अपने अधिकार के लिए लड़ रहे हैं. उत्तर पुस्तिकाओं की जांच में गलतियों की व्यापक रिपोर्ट्स को देखते हुए ये मांग जायज है, जिसका सभी राजनीतिक पार्टियों को समर्थन करना चाहिए. #dearicaiplschange"
छात्र खत्म करें आंदोलन: ICAI
इस बीच, मंगलवार को ICAI ने एक बयान जारी कर कहा कि प्रदर्शन कर रहे छात्रों को इसके अधिकारियों और परिषद के सदस्यों से मिलने की अनुमति दी गई है और पेपर के दोबारा मूल्यांकन की प्रक्रिया और नियमों की जानकारी दी है.
बयान में छात्रों से प्रदर्शन बंद कर “पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित करने” को कहा गया है.
ICAI ने अपने बयान में कहा, “उनसे (छात्रों को) आंदोलन खत्म करने की गुजारिश की गई है. छात्रों को सलाह दी गई कि वे अपनी पढ़ाई और आगामी परीक्षा की तैयारी पर ध्यान केंद्रित करें.”
इसके बावजूद छात्रों के प्रतिनिधियों ने कहा कि जब तक मामले को सुलझा नहीं लिया जाता, तब तक वे आंदोलन जारी रखेंगे.
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