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चंडीगढ़ चुनावी चौपाल: युवाओं ने कहा-‘वादों पर खरी नहीं उतरीं खेर’

चंडीगढ़ के युवाओं को चाहिए रोजगार और काम करने वाला सांसद

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वीडियो एडिटर: अभिषेक शर्मा

कैमरापर्सन: ऐश्वर्या एस अय्यर

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सातवें और आखिरी चरण में चंडीगढ़ लोकसभा सीट पर पर मतदान होना है. जनता की नब्ज टटोलने क्विंट का चुनावी चौपाल पहुंचा है चंडीगढ़ में पंजाब यूनिवर्सिटी के छात्रों के बीच.

जाॅब को सबसे बड़ा मुद्दा बताते हुए यहां के छात्र कहते हैं- ‘BJP से मौजूदा सांसद किरण खेर ने उनके लिए कुछ नहीं किया है. यहां सिर्फ बेरोजगारी ही नहीं है बल्कि स्टूडेंट्स बेरोजगारी की वजह से खुदकुशी कर रहे हैं’

हम नौजवानों के लिए सबसे बड़ा मुद्दा नौकरी है, क्योंकि रोजगार के अवसर बहुत कम हैं. मैंने साइकोलॉजी में मास्टर्स किया है. मैं काउंसलर हूं. यहां रोजगार नहीं है अगर अवसर है भी तो प्राइवेट स्कूल में लोकिन उसमें अप्रोच सिस्टम चलता है.
मानवी शर्मा, छात्र, पंजाब यूनिवर्सिटी
केन्द्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ लोकसभा में एक सदस्य को चुनकर भेजता है. इस बार चंडीगढ़ लोकसभा सीट पर मौजूदा सांसद किरण खेर का मुकाबला कांग्रेस के पवन कुमार बंसल और AAP के हरमोहन धवन से हो रहा है.

किरण खेर ने साल 2014 के लोकसभा चुनाव में पवन कुमार बंसल को करीब 70 हजार वोटों के अंतर से शिकस्त दी थी.

छात्रों का कहना है कि उनके पास नेता के चुनाव के लिए कैंडिडेट के तौर पर कोई बेहतर विकल्प नहीं है.

कांग्रेस की तुलना में बीजेपी ठीक है लेकिन सभी खराब हैं. हमारे पास वोट करने के लिए कोई सही कैंडिडेट नहीं है.

प्रदेश में आम आदमी पार्टी की मौजूदगी को लेकर सुमनप्रीत कौर कहती हैं “मैं AAP के साथ जाना चाहूंगी क्योंकि जब  AAP वजूद में आई थीतब उन्होंने बहुत काम किया था लेकिन अभी सक्रिय नहीं हैं.”

मजबूत इरादे और नौकरी की ख्वाहिश के साथ चंडीगढ़ के ये छात्र वोट करने के लिए तैयार हैं लेकिन क्या नेता अभी भी सुन रहे हैं?

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