मोदी सरकार की आर्थिक नीतियों पर जाने-माने अर्थशास्त्री और कांग्रेस नेता जयराम रमेश का कहना है कि सरकार ने ग्रोथ रेट में इस गिरावट के लिए बहुत मेहनत की है. GDP ग्रोथ रेट में लगातार छह तिमाहियों तक गिरावट दर्ज की गई है. ऐसा पहले कभी नहीं हुआ है.
जयराम रमेश का कहना है कि जीडीपी ग्रोथ रेट 8.1% से घटकर 4.5% पर आ गई है. सरकार ने जिस तरीके से नोटबंदी और GST को लागू किया वो कहीं न कहीं उतना सही नहीं था. सबसे महत्वपूर्ण बात ये है कि डर और अनिश्चितता का एक माहौल है, जो निवेशकों को नियंत्रित करती है.
कोई भी देश केवल विदेशी निवेश के बल पर तेजी से बढ़ने वाला नहीं है. ये FDI नहीं, ये DI है. ये डोमेस्टिक इन्वेस्टमेंट है, जो मायने रखता है. लेकिन मुझे लगता है कि अनिश्चितता का माहौल है, घरेलू निवेशकों में काफी डर है.जयराम रमेश, नेता, कांग्रेस
उनका कहना है कि जब तक सकारात्मक भाव नहीं हो जाता वो अर्थव्यवस्था को अच्छे हालात में नहीं देख पा रहे हैं.
जयराम रमेश कहते हैं -“अब हम एक नई घटना देख रहे हैं. हम अर्थव्यवस्था में महंगाई का दबाव बढ़ते हुए देख रहे हैं. लोग 'स्टैगफ्लेशन' शब्द का उपयोग करने लगे हैं. खाद्य पदार्थों की महंगाई जैसे प्याज, आलू, टमाटर को ही उदाहरण के तौर पर देख लें. हम देख रहे हैं कि महंगाई कैसे बढ़ रही है और महंगाई ऐसे समय में बढ़ रही है जब विकास घट रहा है.”
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