दिल्ली में 20 साल के लड़के द्वारा एक नाबालिग लड़की की कथित रूप से चाकू मारकर हत्या करने के एक दिन बाद, भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 302 (हत्या की सजा) के तहत शाहबाद डेयरी पुलिस स्टेशन में एक एफआईआर दर्ज की गई.
द क्विंट के पास मौजूद एफआईआर में, पिता की शिकायत में कहा गया है कि पीड़िता आरोपी साहिल को जानती थी और अक्सर उसके बारे में बात किया करती थी.
पिता की शिकायत में लिखा है, "पिछले एक साल से मेरी बेटी की दोस्ती साहिल नाम के लड़के से थी. मेरी बेटी साहिल का जिक्र करती थी. हम उसे समझाते थे कि अभी तुम छोटी हो, तुम अपनी पढ़ाई पर ध्यान दो."
एक कथित वीडियो में, साहिल को 28 मई की रात, एक 16 साल की लड़की को कई बार चाकू से वार करते हुए और उसे मौत के घाट उतारते हुए देखा जा सकता है. आरोपी मैकेनिक को घटना के एक दिन बाद बुलंदशहर से गिरफ्तार किया गया.
'हमने उसे पढ़ाई पर ध्यान देने को कहा'
अपनी शिकायत में, पिता ने कहा, "जब भी हम उसे समझाते, तो वह परेशान होकर अपनी सहेली के घर चली जाती." शिकायत में ये भी बताया गया है कि वो पिछले 10 दिनों से अपनी दोस्त के घर थी.
हालांकि, द क्विंट ने जब मंगलवार को उनके घर के बाहर पिता से बात की, तो उन्होंने कहा कि वो साहिल को नहीं जानते.
"आखिरी बार मैं उससे उस दिन मिला था, जिस दिन उसकी हत्या हुई थी... दोपहर 1.30 बजे. उसने मुझसे पूछा, 'पापा खाने में दिक्कत है?' मैंने कहा हां, दिक्कत है. मैंने पूछा कि क्या वो उस रात घर आएगी. उसने कहा कि वो नहीं आएगी, क्योंकि एक दोस्त के बच्चे का जन्मदिन था."
'वो वकील बनना चाहती थी'
FIR में आरोप के बारे में विस्तार से बताते हुए पिता ने कहा, "मैंने सुना है कि उस पर हत्या का मामला दर्ज किया गया है. मैं चाहता हूं कि उसे मौत की सजा मिले."
उन्होंने ये भी कहा कि उनकी बेटी घर चलाया करती थी. उसने अपनी सीबीएसई की 10वीं कक्षा की परीक्षा पूरी कर ली थी और वकील बनना चाहती थी. वो पड़ोस के बच्चों को ट्यूशन पढ़ाती थी.
रोते हुए उन्होंने कहा, "वो घर चलाती थी. मैं सरकार से कुछ मदद देने के लिए अनुरोध करूंगा. लेकिन हमारी पहली मांग मौत की सजा है."
घटना के कथित सीसीटीवी फुटेज में देखा जा सकता है कि साहिल ने लड़की के चेहरे पर ईंट से हमला करने से पहले उसपर चाकू से कई वार किए. पुलिस ने कहा कि लड़की को "20 से अधिक बार चाकू मारा गया था."
लड़की के पिता ने कहा, "मैंने अभी तक वीडियो नहीं देखे हैं... मुझे बताया गया था कि मैं उन्हें नहीं देख पाऊंगा."
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