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चलती-फिरती टैंक है डोनाल्ड ट्रंप की कार, 10 हजार किलो है वजन

कैसा होता है अमेरिकी राष्ट्रपति का सेक्योरिटी कवर?

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(वीडियो एडिटर - संदीप सुमन)

डोनाल्ड ट्रंप की भारत यात्रा के दौरान कोई बड़ी डील नहीं होगी. लेकिन फिर भी भारत अमेरिकी राष्ट्रपति के स्वागत की अभूतपूर्व तैयारियां कर रहा है. ट्रंप से देश की गरीबी छिपाने के लिए अहमदाबाद में दीवार बनाई जा रही है. यमुना को साफ दिखाने के लिए उसमें गंगा का पानी मिलाया जा रहा है. कहा ये भी गया है कि 50-60 लाख लोग अहमदाबाद रोड शो के दौरान उनका स्वागत करेंगे.

अहमदाबाद के मोटेरा स्टेडियम में भी एक लाख लोगों की मौजूदगी में नमस्ते ट्रंप कार्यक्रम होगा. दुनिया का सबसे ताकतवर शख्स जब इतने ज्यादा लोगों के बीच कोई कार्यक्रम करेगा तो जाहिर है सुरक्षा को चिंताएं भी बढ़ जाएंगी. तो कौन करेगा ट्रंप की सुरक्षा? कैसा होता है अमेरिकी राष्ट्रपति का सेक्योरिटी कवर? लिटरली कुछ ऐसा होता है कि कोई परिंदा भी पर नहीं मार सकता.

ट्रंप की सुरक्षा के लिए अहमदाबाद पुलिस, NSG, CRPF जैसे और भी कई सुरक्षा बलों के करीब 25 हजार जवान सुरक्षा इंतजाम में तैनात होंगे, लेकिन फिर भी ट्रंप की सुरक्षा की असल जिम्मेदारी इन पर नहीं अमेरिकी सीक्रेट सर्विस एजेंट्स पर है. 

सीक्रेट सर्विस एजेंट्स कैसे करते हैं सुरक्षा?

किसी भी अमेरिकी राष्ट्रपति के करीब ब्लैक सूट में तैनात रहने वाले जवान ही सीक्रेट सर्विस एजेंट्स होते हैं. ये अमेरिकी राष्ट्रपति के विदेशी दौरे के लिए जो तैयारियां करते हैं और प्रोटोकॉल बनाते हैं, उसे भेदना लगभग नामुमकिन ही है. डोनाल्ड ट्रंप भारत 24 फरवरी को पहुंच रहे हैं लेकिन सीक्रेट सर्विस एजेंट्स पहले ही आ चुके हैं.

जिस वक्त हम बात कर रहे हैं, ये एजेंट्स उन सब जगहों की रेकी कर रहे हैं, जहां ट्रंप को जाना है. वो ट्रंप के आने से पहले ऐसी जगहों को पहचानेंगे जहां स्नाइपर्स तैनात करने हैं. इंटेलिजेंस एजेंसियों से इनपुट लेंगे और सभी रूट की डिटेल स्टडी करेंगे.

महीनों पहले शुरू कर देते हैं तैयारी

सीक्रेट सर्विस एजेंट्स राष्ट्रपति के विदेशी दौरे से दो-तीन महीने पहले ही तैयारियां शुरू कर देते हैं. वो लोकल पुलिस से तालमेल बैठाते हैं. जहां राष्ट्रपति को जाना होता है, उससे 10 मिनट की दूरी पर किसी ट्रामा अस्पताल की पहचान करते हैं. राष्ट्रपति के आधिकारिक विमान एयर फोर्स वन के जैसा ही एक एयरक्राफ्ट नजदीकी एयरपोर्ट पर तैनात रखते हैं.

राष्ट्रपति की कार है अभेद्य

अमेरिकी राष्ट्रपति के काफिला में सबसे अलग कुछ दिखता है तो वो है उनकी कार. इस लिमोजिन कार को 'द बीस्ट' कहा जाता है. ये एक मॉडिफाइड कैडिलक वन मॉडल है. इसका वजन करीब 10,000 किलो है. इस बुलेटप्रूफ गाड़ी में राष्ट्रपति के ब्लड ग्रुप का पूरा ब्लड बैंक मौजूद होता है. ये कार कोई भी मिसाइल और केमिकल हमला झेल सकती है. कार के अंदर ऑक्सीजन सप्लाई सिस्टम भी मौजूद है.

ट्रंप की सुरक्षा की ये बस एक झलक भर है. असल में इंतजाम इससे कई गुना ही होता है. दुनिया का सबसे ताकतवर शख्स जब 24 फरवरी को भारत आएगा, तो उसका स्वागत देखने लायक होगा. और ट्रंप के दौरे पर खबरों से लेकर किस्से-कहनियों तक आपको सब मिलेगा क्विंट हिंदी की इस खास पेशकश ट्रंप ट्रैकर में.

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