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Exclusive : राजनीति में करियर बनाने नहीं आया हूं - कन्हैया कुमार

पॉलिटिक्स मेरे लिए करियर नहीं, संविधान कि रक्षा के लिए संघर्ष: कन्हैया

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वीडियो एडिटर: मोहम्मद इरशाद

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बिहार की बेगूसराय लोकसभा सीट पर इस बार मुकाबला त्रिकोणीय है. कन्हैया के सामने मुकाबले में हैं BJP के गिरिराज सिंह और RJD के तनवीर हसन. बेगूसराय में 29 अप्रैल को चौथे फेज में वोटिंग है. सीपीआई उम्मीदवार कन्हैया कुमार ने अपने चुनाव प्रचार के दौरान क्विंट से खास बातचीत की.

आपके खिलाफ खड़े BJP उम्मीदवार गिरिराज सिंह बार-बार कह रहे हैं कि ये चुनाव राष्ट्रवाद और देशद्रोह के बीच का है.

ये सब उनके फर्जी नारे हैं जो वो बीच-बीच में उछालते रहते हैं. उन्होंने कहा था कि मोदी जी की रैली में जो नहीं जाएगा वो देशद्रोही है और खुद ही कंबल तानकर सो गए. इनके बयान को लोग गंभीरता से नहीं लेते हैं. मैं तो समझता हूं कि BJP आजकल एंटरटेनमेंट चैनल की तरह काम कर रही है. लोगों का खूब मनोरंजन करती है.

आप कह रहे हैं कि आप 3 साल से बेगूसराय में हैं. आपके सामने RJD का एक कैंडिडेट है जो कहता है कि हम तीस साल से राजनीति कर रहे हैं और लोगों के बीच में हैं

अच्छी बात है कि वो तीस सालों से राजनीति में हैं. मैं किसी के राजनीतिक योगदान को नकार नहीं रहा हूं. वो 30-40 साल से राजनीति में होंगे तो निश्चित तौर पर लोगों ने अपना समर्थन भी दिया होगा. हालांकि तनवीर हसन साहब कभी चुनाव जीत नहीं पाएं हैं.

ऐसा कहा जा रहा है कि कन्हैया कुमार अगर ये चुनाव हार गए तो फिर उनका राजनीतिक करियर खत्म हो जाएगा.

राजनीति मेरे लिए न कभी करियर था, न है,न रहेगा. टीचिंग मेरे लिए करियर है. कहीं भी जाकर पढ़ाएंगे. पीएचडी कर ही ली है.

कन्हैया कुमार इस बार शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार, विकास, आत्मसम्मान जैसे मुद्दों को लेकर चुनाव मैदान में हैं. आपसी भाईचारा बहाल करना भी उनके एजेंडे में है. 23 मई को फैसला आना है और ये देखना दिलचस्प होगा कि इस हाईप्रोफाइल सीट पर आखिरकार किसका कब्जा होता है.

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