वीडियो एडिटर: वरूण शर्मा
वाराणसी पहुंचे दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष मनोज तिवारी से क्विंट ने खास बातचीत की. मनोज तिवारी ने लोकसभा चुनाव परिणाम, दिल्ली में उनके सामने चुनौतियां, शीला दीक्षित के खिलाफ उनकी उम्मीदवारी समेत कई मुद्दों पर खुलकर बात की.
पीएम मोदी की केदारनाथ यात्रा पर बोलते हुए मनोज तिवारी ने कहा कि हर व्यक्ति की शक्ति कहीं न कहीं से आती है और उस शक्ति को पाने के लिए वो कहीं न कहीं जाता है. हमारी शक्ति देशहित में इस्तेमाल करने की है.
आमतौर पर ऐसा देखा जाता है कि वोटिंग परसेंटेज गिरने पर बीजेपी को नुकसान होता है. इस बार के चुनाव में भी वोटिंग परसेंटेज गिरी है. क्या इससे बीजेपी को कोई नुकसान होगा? इसके जवाब में मनोज तिवारी का कहना है कि-
अल्पसंख्यक बूथ पर पहले ज्यादा वोटिंग होती थी. इस बार पता नहीं क्यों कम वोटिंग हुई है. जहां 75% वोटिंग होती थी वहां 58-59% वोटिंग हुई है. बहुसंख्यक आबादी वाले बूथ पर जहां 60% होती थी, वहां 80% हुई है. इसकी वजह नहीं पता लेकिन फिर भी लगता है कि कहीं बीजेपी 300 पार पहुंच जाएगी. अल्पसंख्यक समाज में पीएम नरेंद्र मोदी को हराने की जद्दोजहद नहीं दिख रही है. उनको लगने लगा है कि पांच साल में BJP ने कोई नुकसान नहीं किया. इसलिए जो हराने के लिए निकल रहे थे अब नहीं निकल रहे हैं.
2016 में बीजेपी ने मनोज तिवारी को दिल्ली का प्रदेश अध्यक्ष बनाया था. मनोज तिवारी का कहना है कि “ बीजेपी के लिए जो भी मुश्किलें थी, वो उस वक्त तक ही थीं. जब से उन्हें प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया है तब से ये मुश्किलें हल हो गईं. अब दिल्ली में सिर्फ और सिर्फ बीजेपी ही होगी.”
नॉर्थ ईस्ट दिल्ली से शीला दीक्षित के खिलाफ किस्मत आजमा रहे मनोज तिवारी का कहना है कि “शीला दीक्षित के मैदान में आने से चुनाव दिलचस्प हो गया है. उनको राहुल गांधी ने सजा दी है. मेरी उनके प्रति सहानुभूति है.”
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