जी टीवी के शो 'दिल्ली डार्लिंग्स' में दिल्ली की हाई-सोसायटी की रिएलिटी और काफी सारा ड्रामा देखने को मिला. बड़ी-बड़ी पार्टियों से लेकर अपने घर के नौकर की शादियों तक, शो में इन महिलाओं की रोजाना की जिंदगी को दिखाया गया. इस रिएलिटी शो में दिल्ली की उन 10 महिलाओं की कहानियां दिखाई गईं, जिनको पार्टी करने का शौक है. इन महिलाओं में कोई हाउसवाइफ है, तो कोई किसी कंपनी की सीईओ भी है. किसी का अपना सैलून है, तो अपनी इवेंट कंपनी की ऑनर हैं.
क्विंट ने की 'दिल्ली डार्लिंग्स' की विनर शालू जिंदल, कंटेस्टेंट भावना सिंह और मान्या पाठक से मुलाकात और जाना शो का ड्रामा कितना असली थी और कितना नकली!
‘मुझे बिल्कुल नहीं लगा कि मैं ये शो कर सकती हूं मैंने उनसे दूसरे कंटेस्टेंट के बारे में पूछा. जब उन्होंने बताना शुरू किया तो मैं और नर्वस हो गई. कोई इवेंट मैनेजमेंट में था, किसी का अपना सैलून था, तो कोई मेकअप आर्टिस्ट था. मैं बस सोचने लग गई कि मैं क्या फिट होंगी इसमें.’शालू जिंदल
ये शालू जिंदल की ईमानदारी थी, जिसने उन्हें हजारों दिल और शो का विजेता बनाया.
शो की कंटेस्टेंट मान्या बताती हैं कि जब उन्हें इस शो के लिए ऑफर मिला तो उन्हें भरोसा ही नहीं हुआ कि वो टीवी पर आने वाली हैं.
इस शो में जो कुछ भी हुआ सब कुछ असली था कुछ भी फेक नहीं था. यहां तक कि हमारा झगड़ा सब कुछ हमारी खुशी, हमारा गुस्सा जब कुछ रियल था.मान्या
इस शो दी दूसरी कंटेस्टेंट भावना कहती हैं कि इस शो ने हमें सेलेब्रिटी बना दिया.
इस शो के बाद हमारी जिंदगी बदल गई, लोग हमें पहचानने लगे हैं, हम लोग कहीं भी जाते हैं लोग ये कहते हैं कि देखो वो दिल्ली डार्लिंग भावना सिंह जा रही है.भावना सिंह
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