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सिगरेट के हर कश का रास्ता जाता सीधा ‘पाताल लोक’ पर: जयदीप अहलावत

विश्व तम्बाकू निषेध दिवस पर जयदीप अहलावत का मैसेज

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विश्व तम्बाकू निषेध दिवस पर, 'पाताल लोक' के हाथी राम चौधरी, यानी कि जयदीप अहलावत, सिगरेट पीने वालों के लिए एक पावरफुल मैसेज लेकर आए हैं. इस लॉकडाउन में, सिगरेट की अपनी लत को अनलॉक करें.

कुछ दिन घर में बंद तो

सांसे तेरी घुटने लगीं?

घर, डब्बे सा लगने लगा..

और कैद-कैद हुई जिंदगी?

अब उस डब्बे को सोच जरा

तू कैद में जिसकी सालों से..

हर कश को तु समझे चाबी

और जकड़ रहा खुद तालों से..

इस लत के लॉकडाउन से

चल खुदको अब अनलॉक कर..

हर कश का रास्ता जाता

सीधा पाताल लोक पर..

जल्ती सिगरेट हाथ में लेकर

बड़ी-बड़ी बतियाने वालों..

ग्लोबल वॉर्मिंग, आरे जंगल

पर अफसोस जताने वालों..

बीच सड़क में

बेधड़क से..

क्यों धूएं की उल्टी करते हो?

पब्लिक प्लेस में

इनोसेंस से..

कश पर कश क्यों भरते हो?

तुम्हारे जहर से बचने

मैं नाक बंद करके चलता हूं..

सांसें रोक लेता हूं

सांस खींचने से डरता हूं..

मासूम शोक मनाते हैं..

तुम्हारे इस महंगे शौक पर..

इस लत के लॉकडाउन से

चल खुदको अब अनलॉक कर..

हर कश का रास्ता जाता

सीधा पाताल लोक पर..

जानता हूं तुम्हारे लिए भी

ये बेरहम सी आफत है..

छूट गए वो दोस्त मगर

चिपक गई ये आदत है..

सुनों स्मोक ब्रेक में

नेटवर्किंग का हथियार जिसे बनाया है..

पल-पल जिंदगी खोयी है जब-जब

किसी सुटेरी का साथ निभाया है..

छूट गई है, छूट जाएगी..

खुद से कितना झूठ बोला है..

हर सिगरेट पीने वाला..

एक फिदायीन तोला है..

जीते जी क्या मिलता है

यूं राख में खुदको झोक कर..

इस लत के लॉकडाउन से

चल खुदको अब अनलॉक कर..

हर कश का रास्ता जाता

सीधा पाताल लोक पर..

कविता: अभिनवल नागर

टैलेंट: जयदीप अहलावत

एडिटर: वीरू कृष्ण मोहन

प्रोड्यूसर: दिव्या तलवार

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