केमरा: विकार सईद
वीडियो एडिटर: राहुल सांपुई
प्रोडूसर: वत्सला सिंह
25 नवंबर को सुरक्षा बल की पेलेट गन का शिकार हुई 20 महीने की हिबा की दाहिनी आंख के कोर्निया में छेद हो चुका है. शहर में बढ़ते आक्रोश को काबू करने के लिए सुरक्षा बल पेलेट गन का इस्तमाल लगातार करती आई है, लेकिन हिबा की तस्वीर ने क्षेत्र में पेलेट गन के इस्तेमाल पर हलचल मचा दी है.
एमनेस्टी इंटरनेशनल के मुताबिक, सुरक्षाबल पैलेट गन का इस्तेमाल भीड़ को तितर-बितर करने के लिए करते हैं. लेकिन 2010 से 14 लोगों की जान पैलेट गन से हुए जख्म की वजह से जा चुकी है. हजारों लोग पूरी या आंशिक रूप से आंखों की रोशनी गंवा बैठे हैं
हिबा की मां मारसाला जान पूछती हैं-
‘उसकी क्या गलती थी?’ क्या वो पत्थरबाज थी? क्या वो आतंकवादी थी?
जब उसे बाहर लाया गया, वो दर्द से रो रही थी. उसे 2 बार एनेस्थीसिया दिया गया था. एक बच्चे के लिए छोटी सी चीज नहीं हैवो मेरे बालों को खींचती है, मेरा चेहरा खरोंचती है और नहीं सुनती है. मेरी आत्मा उसके लिए दुखती है. हमें उसकी आंखों में आई ड्राॅप्स डालनी पड़ती हैं और ये बहुत दर्दनाक है.वो डॉक्टरों से भी डरती है और सोचती है कि वे उसे कुछ कर देंगे
हिबा को श्रीनगर के SMHS अस्पताल में इलाज के लिए ले जाया गया था. डॉक्टर ने परिवार को बताया है कि हिबा की दाहिनी आंख के कोर्निया में छेद हो गया है, दो सर्जरी के बाद भी डॉक्टर अब भी नहीं कह सकते कि हिबा फिर कभी दाहिनी आंख से देख पाएगा या नहीं.
उन्होंने जरूरी सर्जरी की हैबा की. अल्लाह के ऊपर है हमें चेकअप के लिए उसे फिर से ले जाना है. भविष्य में उसकी शादी होनी है. उसे पढ़ना है . कई चीजों को ध्यान में रखना होगा. मां-बाप हमेशा के लिए नहीं रहते हैं. अब मैं सिर्फ अल्लाह से उसके लिए दुआ मांगती हूं क्योंकि वो एक छोटी बच्ची है
लेकिन अब भी हिबा के माता-पिता हिबा का खास ध्यान रख रहे हैं और उन्हें जल्द स्थिति सुधरने की उम्मीद है
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