वीडियो एडिटर: मोहम्मद इब्राहिम
76 साल के पूर्व ट्रैफिक वॉर्डन हरजिंदर सिंह पिछले 40 सालों से 'ऑटो एम्बुलेंस' चला रहे हैं. वे सड़क हादसे में घायल लोगों को मुफ्त सेवाएं देते हैं. उन्हें अस्पताल ले जाते हैं.
जब भी मैं कोई एक्सीडेंट देखता हूं तो मैं वहां अपनी गाड़ी रोक कर जाकर पूछता हूं कि किसी को चोट तो नहीं लगी? अगर चोट लगी है तो मेरी सेवा फ्री है. मैं आपको अस्पताल तक ले जाने के लिए तैयार हूं.हरजिंदर सिंह, ऑटो एम्बुलेंस चलाने वाले
सिंह ने 1978 में इस सेवा को शुरू किया था, हरजिंदर सिंह कुछ घंटे ज्यादा काम करते हैं ताकि पैसे बचा सकें और लोगों की मदद कर सकें. वे कहते हैं कि लोगों के जीवन को बचाने की उनकी कोशिश मरते दम तक जारी रहेगी.
अगर घायल इंसान समय पर पहुंच जाएं तो डॉक्टर उसकी जान बचा लेंगे. जब तक एम्बुलेंस नहीं आती है या पुलिस की PCR नहीं आती तो वो बेचारा वहीं तड़पता रहता है. इस वजह से मैं ये सेवा 1978 से कर रहा हूं और जब तक मेरे शरीर में दम है करता रहूंगा.हरजिंदर सिंह, ऑटो एम्बुलेंस चलाने वाले
हरजिंदर सिंह सिर्फ ऑटो एम्बुलेंस सेवा ही नहीं चलाते हैं, जरूरतमंदों को दवाइयां भी फ्री में देते हैं. उन्होंने अपने ऑटो के पीछे इस तरह का विज्ञापन भी लिखवा रखा है. इस वजह से उन्हें फोन भी आते हैं.
मुझे चलते-चलते फोन आता है-आप हरजिंदर सिंह बोल रहे हैं? आपने गाड़ी के पीछे जो विज्ञापन लगा रखा है, शुगर की दवाई मुफ्त मिलती है, वो कहां मिलती है?” मैं पूछता हूं आप कहां से बोल रहे हैं? हम ऑटो रिक्शा के पीछे ही आ रहे हैं, जिस पर ये लिखा है. तो उसके बाद मैं अपनी गाड़ी को साइड में लगाता हूं और लोग दवाइयां ले लेते हैं.हरजिंदर सिंह, ऑटो एम्बुलेंस चलाने वाले
हरजिंदर सिंह अब तक हादसे का शिकार हुए सैकड़ों लोगों को अस्पताल पहुंचा चुके हैं. उनके कारण कई लोगों की जान बच चुकी है.
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