ADVERTISEMENTREMOVE AD
वीडियो एडिटर: मोहम्मद इब्राहीम
जनरल बिपिन रावत देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ बने. जनरल रावत अब
रक्षा मंत्री के मुख्य मिलिट्री सलाहकार होंगे. वो सैन्य मामलों के विभाग का नेतृत्व करेंगे ताकि ट्रेनिंग में एकरूपता आए. सेना, नेवी और वायुसेना को मिलने वाली सुविधाओं और हथियारों की खरीद में तालमेल हो.
जनरल रावत तीनों सेनाओं से जुड़ा प्रबंधन भी देखेंगे. वायुसेना, आर्मी और नेवी का कमांड उनके चीफ के साथ ही रहेगा. वो नए साइबर स्पेस और स्पेशल फोर्स कमांड के भी चीफ होंगे.
जनरल रावत तीनों सेनाओं के प्रतिनिधियों के एकीकृत डिफेंस हेडक्वार्टर के मुखिया भी होंगे. चीफ ऑफ स्टाफ कमेटी के स्थाई चेयरपर्सन होंगे. ऑपरेशन या मिलिट्री कमांड में कोई भूमिका नहीं होगी.
ADVERTISEMENTREMOVE AD
जनरल रावत के बारे में 9 खास बातें
- वो खड़कवास्ला के नेशनल सैन्य अकादमी, देहरादून के भारतीय सैन्य अकादमी और DSSC, वेलिंगटन के पूर्व छात्र हैं. उन्होंने मद्रास यूनिवर्सिटी से डिफेंस स्टडीज में MPHIL किया है.
- IMA में 'स्वोर्ड ऑफ ऑनर' मिला था
- दिसंबर 1978 में पहली बार 11 गोरखा राइफल्स की पांचवीं बटालियन से जुड़े.
- पर्वतीय क्षेत्रों में युद्ध और आतंकवाद विरोधी ऑपरेशन में हिस्सा लिया. इन्फैंट्री बटालियन, पूर्वी सेक्टर में LAC पर, कश्मीर में राष्ट्रीय राइफल्स, कश्मीर घाटी में इन्फैंट्री डिविजन, पू्र्वी थियेटर कॉर्प्स साउथ कमांड की जिम्मेदारी संभाली.
- 1987 में चीन से तनाव के वक्त रावत की बटालियन को सुमदोरोंग घाटी में चीन की सेना के सामने तैनात किया गया था.
- कॉन्गो में संयुक्त राष्ट्र मिशन में अहम भूमिका निभाई. मोनूस्को में भी मिशन का हिस्सा रहे.
- बहादुरी और खास सेवा के लिए परम विशिष्ट सेवा मेडल समेत कई सम्मान मिले.
- जनरल रावत ने राष्ट्रीय सुरक्षा और नेतृत्व पर कई लेख लिखे.
- वो सैनिकों के परिवार से आते हैं. उनके पिता ले. जनरल (रि.) एलएस रावत कई दशकों तक भारतीय सेना में रहे.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)
क्विंट हिंदी पर लेटेस्ट न्यूज और ब्रेकिंग न्यूज़ पढ़ें, videos के लिए ब्राउज़ करें
Published: