वीडियो एडिटर: आशीष मैक्यून
मैं पिछले 10-12 सालों से होंडा कंपनी में काम कर रहा हूं. कंपनी ने बिना किसी नोटिस के हमारी छंटनी कर दी.पूर्व कॉन्ट्रैक्ट कर्मचारी, होंडा
21 नवंबर को हरियाणा के ऑटो हब मानेसर में होंडा कर्मचारियों ने विरोध प्रदर्शन किया.
होंडा के प्लांट में बड़े पैमाने पर छंटनी के विरोध में 5 नवंबर से ही प्रदर्शन जारी है. लेकिन अब इस प्रदर्शन ने बड़ा रूप ले लिया है. दो हजार से ज्यादा लोगों ने इस प्रदर्शन में हिस्सा लिया.
इसके जवाब में होंडा ने मानेसर प्लांट में अनिश्चित काल के लिए उत्पादन स्थगित करने का फैसला किया है.
कर्मचारी 10 दिनों के अंदर लगभग 650 कॉन्ट्रैक्ट वर्करों के छंटनी का विरोध कर रहे हैं.
कंपनी ने आर्थिक मंदी का हवाला देते हुए दिवाली के पहले हजारों वर्करों की छंटनी कर दी. फिर दिवाली के बाद 400 से 500 वर्करों की छंटनी कर दी. इसी के विरोध में हम प्रदर्शन कर रहे हैं.कॉन्ट्रैक्ट वर्कर
बताया जा रहा है कि ऑटो सेक्टर में भारी मंदी की वजह से कर्मचारियों की छंटनी हुई.
होंडा मोटरसाइकिल और स्कूटर कर्मचारी संघ के संगठन सचिव जलिंदर गोल्हार ने होंडा के प्रोडक्शन बंद करने के फैसले की आलोचना की है. उन्होंने कहा- “कंपनी ने अवैध तरीके से प्रोडक्शन बंद कर दिया है. इससे स्थायी कर्मचारियों का भी काम बंद हो गया है.”
प्रदर्शन कर रहे कर्मचारियों की क्या है मांग?
प्रदर्शन कर रहे कर्मचारियों की मांग है कि या तो इनकी बहाली की जाए या सर्विस के साल के मुताबिक हर कर्मचारी को 1 लाख रुपये का मुआवजा दिया जाए.
हमारी मांग है कि हमें नौकरी वापस दी जाए और स्थायी कर्मचारी बनाया जाए. नहीं तो कम से कम कायदे का मुआवजा दिया जाए ताकि हम अपने परिवार का भरण-पोषण कर सकें.कॉन्ट्रैक्ट कर्मचारी
अब प्रदर्शनकारियों के लिए आगे क्या?
कॉन्ट्रैक्ट वर्कर्स में से एक का कहना है, “सभी ट्रेड यूनियन हमारा समर्थन कर रहे हैं. हम मानेसर से गुरुग्राम तक एक प्रोटेस्ट मार्च भी निकालेंगे.”
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