छत्तीसगढ़ के बस्तर के जंगलों में रहने वाले आदिवासियों की आम जिंदगी और उनके जीवन जीने के ढंग से जुड़ी कहानियां अक्सर शहरों तक नहीं पहुंचती है. अगर पहुंचती भी हैं तो पूरी की पूरी नहीं पहुंचती.
लेकिन, NDTV के पत्रकार ह्रद्येश जोशी की किताब लाल लकीर इन आदिवासियों की जिंदगी से जुड़ा एक ऐसा दस्तावेज है जो आपको उन लोगों से रुबरू कराती है जो माओवादियों और सुरक्षाबलों के बींच खिंची लाल लकीर पर जी रहे हैं.
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