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इन महिलाओं को छोड़ गए उनके NRI पति, अब लगा रही हैं मदद की गुहार

सरकार एक ऐसा कानून लाए, जिससे इनके पति के खिलाफ दूसरे देशों में भी सुनवाई हो सके.

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वीडियो एडिटर: दीप्ति रामदास
कैमरापर्सन: शिव कुमार मौर्य
प्रोड्यूसर: आकांक्षा कुमार

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दिल्ली का जंतर मंतर, जहां सैकड़ों प्रदर्शनकारी अपनी-अपनी मांग लेकर आए हुए हैं. वहीं एक कोने में 40-50 महिलाएं तख्तियों के साथ खड़ी हैं. उन तख्तियों पर लिखा है #NRINightmare. ये महिलाएं महाराष्ट्र के परली शहर, बीड, हरियाणा के हिसार और पंजाब के जालंधर से आई हुईं हैं. जहां एक तरफ कर्जमाफी और बेरोजगारी के खिलाफ लोग जंतर मंतर पर नारे लगा रहे हैं, प्रदर्शन कर रहे हैं, वहीं ये महिलाएं थोड़ी दबी हुई आवाज में अपने पतियों पर कार्रवाई की मांग कर रही हैं. इन महिलाओं के NRI पतियों ने इन्हें भारत में छोड़ दिया और खुद विदेश भाग गए. बहुत उम्मीदों के साथ, कई सपने संजोकर इन महिलाओं ने NRIs से शादी की. अब ये चाहती हैं कि सरकार एक ऐसा कानून लाए, जिससे इनके पति के खिलाफ दूसरे देशों में भी सुनवाई हो सके.

27 साल की पूजा सुहास जाधव की शादी यूके में काम कर रहे एक शख्स से हुई. अरेंज मैरिज थी, पूजा के नजदीकी रिश्तेदार उनके होने वाले पति को अच्छी तरह से जानते थे. लेकिन शादी के कुछ दिन बाद ही उसके पति के व्यवहार में बदलाव दिखने लगा, वीजा की प्रक्रिया में भी देरी हुई तो शक गहरा गया.

वो मेरे करीब के रिश्ते में ही है. उनके घर से मेरे लिए रिश्ता आया था. रिश्ता आने के बाद वो मुझे घर पर 2 बार देखकर गया, देखकर जाने के बाद उसने शादी पक्की की और यूके चला गया.
पूजा सुहास जाधव

31 साल की बिंदु रावल कुशवाहा मेरठ में अपने परिवार के साथ रहती हैं. उनकी कहानी भी कमोबेश पूजा जैसी ही है. 2012 में उनका पति उन्हीं छोड़कर अबुधाबी चला गया था. साल 2015 में बेटी पैदा होने के बाद से तो कॉल आनी भी बंद हो गई. बिंदु ने ससुरालवालों के खिलाफ घरेलू हिंसा की शिकायत पुलिस में कराने की सोची लेकिन मेरठ के लोकल इंस्पेक्टर ने कथित तौर पर FIR लिखने से मना कर दिया.

बिंदु अब एक बच्चे की मां हैं. 2015 में उन्‍हें पता चला कि उनके पति का किसी से अफेयर है.

जैसी ही सगाई हुई ससुराल वालों की डिमांड आ गई कि हमें 10 लाख कैश चाहिए. शादी टूटती तो बेइज्जती होती ऐसे में मेरी मम्मी ने उन्हें 5 लाख कैश के लिए ‘हां’ कर दी. अगर मैं कुछ मांग करती (ससुराल वालों से) तो भी बहुत ज्यादा गाली दी जाती, बहुत बुरी हालत थी. मेडिकल फेसिलिटी भी नहीं थी. मेरा पति भी विदेश जाकर बदल गया. उसने फोन भी नहीं किया.
बिंदु रावल कुशवाहा

नवंबर 2018 में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने आश्वासन दिया था कि जिन महिलाओं को उनके NRI पतियों ने छोड़ दिया है, वो उनके खिलाफ कानून लाएंगी.

बता दें कि जनवरी 2015 से नवंबर 2018 तक 4,985 शिकायतें विदेश मंत्रालय में आईं, दिसंबर 2018 तक सिर्फ 33 पासपोर्ट ही जब्‍त किए गए और 8 के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किए गए.

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