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मुजफ्फरनगर रेल हादसे की कहानी, चश्मदीदों की जुबानी

चश्मदीदों से जानिए शनिवार शाम को क्या हुआ था

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उत्तर प्रदेश के खतौली में हुए भीषण ट्रेन हादसे के कारण रात भर खोज एवं बचाव अभियान चलाए जाने के बाद रेलवे ने आज पटरियों पर से मलबा हटाने के लिए हाई-टेक क्रेनों और कई कर्मचारियों को तैनात किया है.

घटना के बारे में जानने के लिए उत्सुक लोगों की भीड़ घटनास्थल पर आज सुबह जमा हो गई. दो कोचों को वहां से खींचकर पटरी से दूर जमीन पर रख दिया गया है.

पास की जगहों से लाइनमैन और अन्य कामगारों को बुलाकर पत्थरों को बेलचे की मदद से हटाया गया और क्षतिग्रस्त पटरियों को मजबूत करने के लिये कंक्रीट की नई स्लीपर्स को डाला गया.

दिल्ली डिवीजन के डीआरएम आर एन सिंह ने कहा, ' ट्रेन में 23 डिब्बे थे जिनमें से 13 डिब्बे पटरी से उतर गये थे. दुर्घटना के वक्त ट्रेन करीब 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल रही थी ' पटरी से उतरे डिब्बों में से छह बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए हैं.

शनिवार शाम को हुई दुर्घटना के बाद से घटनास्थल पर उत्तर प्रदेश पुलिस, आरपीएफ, पीएसी और आरआरएफ कर्मियों को तैनात किया गया है.

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