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कोरोना के बीच कुंभ-महामारी पर आस्था भारी?

भक्ति कोरोना की शक्ति को चैलेंज देने के लिए तैयार है

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कोरोनावायरस की दूसरी लहर से देश बुरी तरह प्रभावित है लेकिन कुंभ मेला 30 अप्रैल तक जारी रहेगा.16 अप्रैल को, भारत में 2 लाख से अधिक COVID के मामले दर्ज किए गए, 1700 से ज्यादा श्रद्धालु और 30 साधु हरिद्वार में कुंभ के दौरान कोविड पॉजिटिव पाए गए.

आंशिक लॉकडाउन से लेकर नाइट कर्फ्यू तक, वायरस को फैलने से रोकने के लिए कई तरह की पाबंदियां लगाई जा रहीं हैं.लेकिन, क्या इससे मामलों में कमी आ रही हैं? सरकार ने देश के कुछ हिस्सों में आंशिक लॉकडाउन और रात के कर्फ्यू की घोषणा की है. हमें अपने निजी वाहनों में अकेले ड्राइव करते हुए भी मास्क पहनने के लिए कहा गया है, आपकी निजी कार भी एक सार्वजनिक स्थल है. लेकिन, कुंभ मेले में कोई कटौती की कोई योजना नहीं है, जिसमें 35 लाख से अधिक लोगों ने हिस्सा लिया, क्योंकि उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत के मुताबिक, "COVID-19 और इससे संबंधित दिशानिर्देशों के बारे में लोग जागरूक हैं"

रावत ने ये भी कहा कि आप पिछले साल दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज में तब्लीगी जमात के साथ कुंभ मेले की तुलना नहीं कर सकते

कुंभ की तुलना मरकज से ना करे क्योंकि अब लोगों को पता है कि उन्हें मास्क पहनना चाहिए
तीरथ सिंह रावत, मुख्यमंत्री, उत्तराखंड

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