उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी (Lakhimpur Kheri) से एक वीडियो सामने आया है जिसके बाद डॉक्टरों पर लापरवाही के आरोप लग रहे हैं. 9 साल का बच्चा अपने पिता की मौत पर रोते हुए प्रशसान से कड़े सवाल पूछ रहा है. उसने आरोप लगाया है कि उसके पिता की तबीयत खराब थी लेकिन "घंटो तक डॉक्टरों ने कोई सुध नहीं ली और मौत से 10 मिनट पहले डॉक्टरों ने उसके पापा को लखनऊ रेफर कर दिया.
वीडियो में वह रोते हुए डॉक्टरों से पूछता नजर आ रहा है कि ऐसी कौन सी ट्रेन है जो 10 मिनट में लखीमपुर से लखनऊ पहुंचा देती है. अब मेरे पापा एक्सपायर हो गए हैं. कैसे भी उन्हें वापस लाकर दो.
क्या है पूरा मामला?
दरअसल, लखीेमपुर खीरी के रहने वाले रामचंद्र पांडे की बीते गुरुवार को तबीयत खराब हो गई थी. इसके बाद घरवालों ने उन्हें तुरंत जिला अस्पताल में भर्ती कराया. डॉक्टरों ने उन्हें इमरजेंसी में भर्ती किया और तबीयत थोड़ी ठीक होने पर उन्हें जनरल वॉर्ड में लाया गया. लेकिन परिवार का आरोप है कि जनरल वॉर्ड में शिफ्ट करने के बाद डॉक्टरों ने रामचंद्र की कोई सुध नहीं ली और अचानक तबीयत बिगड़ने पर उनको कोई डॉक्टर देखने के लिए नहीं आया और ना वॉर्ड में कोई नर्स थी. कथित तौर पर तबीयत लगातार बिगड़ता देख मौत से 10 मिनट पहले डॉक्टरों ने उन्हें लखनऊ रेफर करने के लिए कहा.
"मेरे पिता एक्सपायर हो गए हैं,अब हमें उन्हें लाकर वापस दो"
वायरल वीडियो में मृतक का बेटा आर्दश कह रहा है कि अभी तक कोई भी डॉक्टर नहीं आया और जब एक्सपायर होने को दस मिनट बाकी थे तो कहने लगें कि इनको लखनऊ ले जाओ.
"ऐसी कौन सी ट्रेन है बताओ जो दस मिनट में लखनऊ पहुंचा देगी हमें? अब मेरे पिता एक्सपायर हो गए हैं. अब हमें लाकर दो"
क्या बोले स्वास्थ्य मंत्री बृजेश पाठक?
बच्चे का वीडियो वायरल होने के बाद यूपी के स्वास्थ्य मंत्री बृजेश पाठक ने सीएमओ लखीमपुर से पूरी रिपोर्ट तलब किया है. उन्होंने कहा कि लखीमपुर के जिला अस्पताल में डॉक्टरों की लापरवाही और इलाज के अभाव में मरीज की मौत होने संबंधी प्रकरण का संज्ञान लेते हुए पूरी रिपोर्ट मांगी है. साथ ही दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का आदेश दिया है.
जांच से नहीं है परिवार संतुष्ट
जहां स्वास्थ्य मंत्री ने जांच करने का विश्वास जताया है, वहीं परिजन जांच से सतुष्ट नहीं है. रामचंद्र की बेटी रेखा का कहना है कि अभी जांच में कुछ नहीं आया है. बयान ले रहे हैं और कह रहे हैं कि साइन करदो. हमसे यहीं पूछा कि पापा को डॉक्टर देखने आए थे या नहीं. हमने कहा नहीं आए थे और वहां स्टाफ नर्स भी नहीं थी. आखिर में रेखा का कहना है कि हम जांच से संतुष्ट नहीं हैं.
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