एक भारतीय कार मैकेनिक ने दिल्ली के बढ़ते प्रदूषण की समस्या का हल निकाल लिया है. मध्य प्रदेश में रहने वाले 44 वर्षीय रईस मुहम्मद मकरानी महज 12वीं तक पढ़े हैं, पर उन्होंने पानी से चलने वाली कार का आविष्कार कर दिखाया है.
यह कार एसिटलीन गैस से चलती है, जो पानी और कैल्शियम कार्बाइड के रिएक्शन से बनती है.
रईस मुहम्मद मकरानीइस गैस का इस्तेमाल कई जगह होता है, जैसे कि वेल्डिंग में या फिर खदानों में रोशनी के लिए, पर मैंने इसे कार का इंजन चलाने के लिए इस्तेमाल किया है.
मकरानी के पास अब इस तकनीक का पेटेंट है और चीनी कार कंपनियों ने उन्हें इस तकनीक पर आगे काम करने के लिए बुलावा भी भेजा है.
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