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मोटेंक और इशर जज अहलूवालिया की पहली मुलाकात का किस्सा...

यूएस से भारत लौटने में अहम था पत्नी का रोल

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वीडियो एडिटर: मोहम्मद इरशाद आलम

प्रोड्यूसर: कनिष्क दांगी

(इकनॉमिस्ट इशर जज अहलूवालिया का 26 सितंबर को ब्रेन कैंसर से 10 महीने की जंग के बाद निधन हो गया. इशर के परिवार में उनके पति मोंटेक सिंह अहलूवालिया और दो बेटे हैं. क्विंट ये वीडियो आर्काइव से दोबारा पब्लिश कर रहा है. इसमें मोंटेक सिंह ने इशर के साथ अपनी पहली मुलाकात और दोनों के वापस भारत लौटने में उनकी भूमिका के बारे में बात की थी. ये वीडियो सबसे पहले 14 फरवरी 2020 को पब्लिश हुआ था.)

योजना आयोग (अब नीति आयोग) के पूर्व उपाध्यक्ष मोंटेक सिंह अहलूवालिया ने अपनी जिंदगी के कुछ अनछुए किस्से क्विंट के साथ साझा किए हैं. उन्होंने क्विंट के एडिटोरियल डायरेक्टर संजय पुगलिया के साथ स्पेशल इंटरव्यू में ये बातें की. अपनी किताब ‘Backstage’ पर बात करते हुए देश के अव्वल इकनॉमिस्ट्स में शुमार अहलूवालिया ने बताया किउन्होंने अपनी पत्नी इशर को वेलेंटाइन डे पर कैसे विश किया. साथ ही पत्नी से पहली मुलाकात की यादें और अमेरिका से भारत आने तक की कहानी भी मोंटेक ने हमें बताई.

वैलेंटाइन डे के मौके पर हुई बातचीत में अहलूवालिया ने बताया कि उन्होंने 14 फरवरी की सुबह अपनी पत्नी को वैलेंटाइन डे विश किया था.  

यूएस से भारत लौटने में अहम था पत्नी का रोल

मोंटेक सिंह अहलूवालिया ने बताया कि अमेरिका से भारत लौटने में उनकी पत्नी इशर का रोल काफी अहम रहा है. अहलूवालिया ने कहा कि पहले बेटे पवन के जन्म के बाद उनकी पत्नी इशर ने बच्चों को भारत में बड़ा करने पर जोर दिया था.

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इशर ने मुझसे कहा कि अगर हम चाहते हैं कि बच्चे भारतीय रहें तो उनका पालन-पोषण भी भारत में होना चाहिए. 10-15 साल बच्चों को विदेश में रख कर और फिर भारत लाना ठीक नहीं है.   
मोंटेक सिंह अहलूवालिया

पत्नी से कैसे हुई थी मुलाकात?

अहलूवालिया की इशर से मुलाकात इत्तेफाक से हुई थी. मोंटेक बताते हैं कि वो वर्ल्ड बैंक में काम कर रहे थे और इशर अमेरिका के MIT में पीएचडी कर रही थीं, जब वो दोनों पहली बार मिले थे.

मेरा एक दोस्त MIT में था. वो इशर को जानता था. एक दिन उसने मुझे फोन किया और कहा कि एक अच्छी भारतीय लड़की IMF में समर इंटर्न के तौर पर आ रही हैं, तो आप उनसे मिल लीजिए. फिर मैंने इशर से बात की और उन्हें लंच के लिए इनवाइट किया. ऐसे ही चीजें बढ़ती रहीं और फिर एक साल बाद हमारी शादी भी हो गई.  
मोंटेक सिंह अहलूवालिया

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