अयोध्या में राम मंदिर को लेकर मुद्दा गरमा रहा है. राम मंदिर निर्माण के संकल्प के लिए अयोध्या में 25 नवंबर को विश्व हिंदू परिषद ने धर्मसभा बुलाई है. इस धर्मसभा में शिवसेना और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ समेत दूसरे संगठन भी शामिल होंगे. इन संगठनों की अपील पर इनके कार्यकर्ताओं ने अयोध्या की ओर कूच करना शुरू कर दिया है. अयोध्या की ओर जाने वाली ट्रेनों में इन दिनों लोगों के छोटे-छोटे ग्रुप ‘अयोध्या चलो’ की तख्ती पकड़े दिख जाते हैं.
ऐसे में इलाके में लगातार हो रही हलचल को लेकर हमने राम मंदिर मुद्दे पर याचिकाकर्ता इकबाल अंसारी से खास बातचीत की. इकबाल अंसारी का कहना है कि राम मंदिर का फैसला को दिल्ली के कोर्ट में या फिर संसद भवन में होना है लेकिन कार्यकर्ता हमारे शहर में इकट्ठा क्यों हो रहे हैं. इकबाल अंसारी का आरोप है कि अयोध्या के माहौल को जानबूझकर खराब किया जा रहा है.
डर रहे हैं मुसलमान?
इस मुद्दे पर हम लोगों ने कुछ अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों से बात की तो उनका कहना है कि इलाके में तनाव शुरू हो गया है. कई लोगों के अपना घर छोड़कर कहीं और चले जाने की भी बात सामने आई है.
सरकार चाहे तो मामला सुलझ सकता है- अंसारी
इकबाल अंसारी का कहना है कि अगर सरकार इस मामले को सुलझाने की कोशिश करे तो तमाम रास्ते हैं जिनके जरिए इस मुद्दे को खत्म किया जा सकता है.
आज तमाम लोग अयोध्या में भीड़ लगा रहे हैं, तमाम पार्टियां अयोध्या में भीड़ लगा रहे हैं. क्या यहां कानून बनता है? जहां कानून बनता है वहां भीड़ लगाएं, कानून दिल्ली में बनता है, वहां मोदी मिलेंगे.शक्ति प्रदर्शन दिखाना है तो विधानसभा, लोकसभा और संसद को घेरें और वहां भीड़ लगाएं.इकबाल अंसारी, याचिकाकर्ता
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