बिहार (Bihar) के भागलपुर के नवगछिया अनुमंडल में गंगा नदी उफान पर है. इस वजह से गोपालपुर प्रखंड के सिमरिया से NH 31 को जोड़ने वाली सड़क आजमाबाद के पास बाढ़ (Flood) के दबाव के कारण कट गई है. जिस वजह से 22 गांवों का सम्पर्क मुख्य सड़क से टूट गया है. वहीं गंगा का पानी प्रवेश कर जाने से 5 हजार एकड़ में लगी फसल भी बर्बाद हो गई है.
'नाव के सहारे गांव के लोग'
ग्रामीणों का कहना है कि हजारों की आबादी के लिए केवल नाव ही अब आने-जाने का साधन रह गया है. NH 31 को जोड़ने वाली मुख्य सड़क करीब 30 फीट तक कट कर बह गई है. कटाव स्थल पर लोग अपने वाहन को भी नाव के सहारे ही पार कर रहे हैं.
"10-15 हजार आबादी प्रभावित हुई है. इस रुट से आने-जाने के लिए नाव का प्रबंध किया गया है, जिससे ग्रामीण आ-जा रहे है, बाकी कोई गाड़ी नहीं जा पा रहा है. अधिकारी लोगों से बात की है, उन लोगों ने आश्वासन दिया है लेकिन अभी तक कोई सुनवाई नहीं हुई है. हम चाहते हैं कि यहां स्विच गेट का निर्माण हो जाए."अश्विनी कुमार, मुखिया, ग्राम पंचायत सुकटिया बाजार
वहीं प्रशासन का कहना है कि बहुत बड़ी आबादी प्रभावित नहीं हो रही है. जहां-जहां सड़क कटी है वहां लाल झंडे लगा दिए गए है, जिससे सभी को पता चल सके. पकड़ा गांव के लोगों के लिए नाव की व्यवस्था की गई है, विभाग के लोग वहां गए थे.
"पकड़ा गांव के लोगों की आवाजाही प्रभावित हो रही है. स्थानीय तौर पर वहां नाव की व्यवस्था की जा रही है ताकि आवाजाही प्रभावित ना हो, इससे बहुत बड़ी आबादी प्रभावित नहीं हो रही है. बाकी लोगों के लिए एक वैकल्पिक रास्ता है हालांकि उससे दूरी थोड़ी अधिक होगी, पकड़ा गांव के लोगों के लिए एक यही रास्ता था वहां नाव की व्यवस्था कर दी गई है. अभी स्थिति में सुधार हो रहा है, जल्द यह समस्या दूर हो जाएगी."उत्तम कुमार, SDM नवगछिया
सड़क कट जाने से क्षेत्र के सिमरिया, पकड़ा, भीम दास टोला, चापर दियारा, आजमाबाद शेरमारी सहित 22 गांव का संपर्क एनएच से पूरी तरह से टूट गया है. इस सड़क का निर्माण प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना अंतर्गत 7 करोड़ की लागत से 6 साल पहले करवाया गया था. अब लोगों को हाईवे तक जाने के लिए 10 किलोमीटर का अधिक सफर तय करना पड़ रहा है, वहीं बाढ़ का पानी आने की वजह से हजारों एकड़ में लगी फसल भी बर्बाद हो गई है.
(इनपुट: तनवीर आलम)
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