22 जुलाई को जम्मू कश्मीर के राजौरी में शहीद जवान औरंगजेब के पदचिन्हों पर चलते हुए उनके छोटे भाई मोहम्मद तारिक और शब्बीर भारतीय सेना में शामिल हो गए. 14 जून 2018 को ईद के दिन 44 वें राष्ट्रीय राइफल्स के जवान औरंगजेब को जम्मू कश्मीर के पुलवामा में कुछ मिलिटेंट्स ने अगवा कर लिया और फिर उनकी हत्या कर दी. एक साल बाद औरंगजेब के छोटे भाई तारिक और शब्बीर राजौरी में भारतीय सेना का हिस्सा बन गए.
‘मुझे बच्चों पर गर्व है’
औरंगजेब के पिता और जम्मू-कश्मीर के पूर्व सैनिक मोहम्मद हनीफ ने कहा है कि 'उन्होंने अपने लोगों की सुरक्षा के लिए आर्मी ज्वाइन की है'
मेरे हिसाब से भारतीय सेना कश्मीर में बहुत अच्छा काम कर रही है, मेरा परिवार कश्मीर को आतंकवाद मुक्त बनाने की कोशिश कर रहा है. हमारा परिवार सैनिकों का परिवार है, मुझे बच्चों पर गर्व है.
मार्च में औरंगजेब के भाई सुरनकोट, पूंछ में टेरीटोरियल आर्मी की रिक्रूटमेंट रैली में भी शामिल हुए थे, जिसमें करीब 11 हजार लोगों ने हिस्सा लिया था.
दोनों भाई पंजाब रेजिमेंट टेरीटोरियल आर्मी यूनिट में क्वालीफाई कर चुके हैं. 18 मई को औरंगजेब को अगवा करने और उनकी हत्या में शामिल आतंकवादी शौकत अहमद दार को सुरक्षा बलों ने मार गिराया था. 2018 में 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस पर औरंगजेब को शौर्य चक्र दिया गया था.
औरंगजेब हनीफ के 10 बच्चों में से एक थे, हनीफ के बड़े बेटे मोहम्मद कासिम भी आर्मी में हैं.
(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)