Chandigarh mayor election 2024: आज यानी 18 जनवरी को होने वाले चंडीगढ़ मेयर चुनाव को अगली सूचना तक स्थगित कर दिया गया है. नामित पीठासीन अधिकारी अनिल मसीह के "खराब स्वास्थ्य" को देखते हुए मतदान अगले आदेश तक स्थगित कर दिया गया. सभी की निगाहें आज चंडीगढ़ मेयर चुनाव पर लगी हुई थी. इस इलेक्शन में AAP और कांग्रेस एक साथ चुनाव लड़ रहे हैं, ऐसे में इसे 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले I.N.D.I.A ब्लॉक की परीक्षा के तौर पर देखा जा रहा था.
चुनाव स्थगित होने के बाद विपक्ष ने क्या कहा?
जैसे ही चुनाव टालने की बात सामने आई, वैसे ही इस फैसले को लेकर AAP और कांग्रेस के पार्षदों ने नगर निगम कार्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन किया. पार्षदों ने आरोप लगाया कि बीजेपी को पता था कि चुनाव स्थगित कर दिया जाएगा, इसीलिए वे निर्धारित समय पर निगम भवन तक नहीं पहुंचे.
मतदान टलने के बाद कांग्रेस नेता पवन कुमार बंसल ने बीजेपी पर निशाना साधा और आरोप लगाया कि वे चुनाव रोकना चाहते हैं.
"मुझे सूचित किया गया है कि हमें (कांग्रेस कार्यकर्ताओं को) अंदर (चंडीगढ़ नगर निगम कार्यालय) जाने की अनुमति नहीं दी जा रही है क्योंकि पीठासीन अधिकारी की तबीयत ठीक नहीं है और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है. बीजेपी हार का सामना करने के लिए तैयार नहीं थी और उन्होंने जानबूझकर चुनाव स्थगित कर दिया. अगर बीजेपी को लोकतंत्र पर विश्वास होता तो वे डीसी से पीठासीन पदाधिकारी को बदलने का अनुरोध करते. यह लोकतंत्र की हत्या है. हम अब अदालत जाएंगे."कांग्रेस नेता पवन कुमार बंसल
मेयर चुनाव स्थगित होने के बीच आप के राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा चंडीगढ़ नगर निगम कार्यालय पहुंचे. आप सांसद बीजेपी पर आरोप लगाते हुए कहा..
"बीजेपी ने जानबूझकर पीठासीन अधिकारी अनिल मसीह को अस्पताल में भर्ती कराया है. इससे पहले उन्होंने नगर निगम सचिव को धमकी दी थी. पीठासीन अधिकारी के खराब स्वास्थ्य के कारण चुनाव रद्द नहीं किया जा सकता. हमारे पास एमसी भवन में प्रवेश करने के लिए वैध पास थे लेकिन पुलिस हमें प्रवेश करने की अनुमति नहीं दे रही है. हम आज चुनाव कराने के लिए एक नया पीठासीन अधिकारी नियुक्त करने की अपील करने के लिए उच्च न्यायालय जा रहे हैं."राघव चड्ढ़ा
AAP और कांग्रेस के लिए क्यों महत्वपूर्ण है यह चुनाव?
चंडीगढ़ मेयर चुनाव इंडिया गठबंधन और बीजेपी के बीच पहला चुनावी मुकाबला होने जा रहा है. AAP और कांग्रेस के साथ आने से, इस मुकाबले से 2024 के लोकसभा चुनावों सहित भविष्य के चुनावों के लिए माहौल तैयार होने की उम्मीद है. यह एक महत्वपूर्ण चुनाव है क्योकि पहली बार इंडिया गठबंधन सीधे तौर पर बीजेपी को चुनौती दे रहा है.
समझौते के तहत, आम आदमी पार्टी (आप) मेयर की सीट के लिए चुनाव लड़ेगी, जबकि कांग्रेस वरिष्ठ डिप्टी मेयर और डिप्टी मेयर पदों पर चुनाव लड़ेगी.
पिछले चुनाव में, 35 सदस्यीय चंडीगढ़ नगर निगम में बीजेपी के 14 पार्षद, आप के 13 पार्षद और कांग्रेस के सात पार्षद हैं वहीं शिरोमणि अकाली दल का एक पार्षद जीत दर्ज की थी.
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