महापर्व छठ (Chhath Puja) की शुरुआत हो गई है. त्यौहार मनाने के लिए यूपी, बिहार और झारखंड के लोग अपने-अपने घर जा रहे हैं. रेलवे स्टेशन पर यात्रियों की भारी भीड़ देखने को मिल रही है. यात्रियों की भारी संख्या को देखते हुए रेलवे की ओर से स्पेशल ट्रेनें भी चलाई जा रही हैं, लेकिन बावजूद इसके यात्रियों को सुविधा नहीं है.
छठ के मौके पर क्विंट हिंदी की टीम नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पहुंची और वहां के हालात का जायजा लिया. इसके साथ ही क्विंट ने यात्रियों से भी बातचीत की और उनकी समस्याओं को भी जाना.
'छठ पूजा है घर जाना जरूरी है'
क्विंट हिंदी की टीम ने यात्रियों से बातचीत की तो उन्होंने कहा कि छठ पूजा है, इसलिए घर जाना जरूरी है. कुछ यात्री रिजर्वेशन नहीं मिलने की वजह से जनरल टिकट पर यात्रा करने को मजबूर हैं, तो वहीं कुछ यात्री ऐसे भी हैं, जो वेटिंग टिकट पर यात्रा कर रहे हैं.
बिहार के गया जा रहे एक शख्स मुन्ना पटेल ने बताया कि 15 दिन पहले उन्होंने रिजर्वेशन करवाने की कोशिश की, लेकिन कंफर्म टिकट नहीं मिला. मजबूरन उन्हें अब जनरल टिकट लेकर सफर करनी पड़ रहा है.
दोगुने दाम देकर यात्रा कर रहे लोग
हमने जब कुछ अन्य यात्रियों से बातचीत की तो पता चला कि एजेंट दोगुने दामों में टिकट बेच रहे हैं. एक यात्री ने बताया कि एजेंट ने स्लीपर क्लास के तीन टिकट के 3900 रुपये लिए, जबकि टिकट की मूल कीमत 2040 रुपये है.
रजनीश नाम के एक यात्री ने बताया कि वो हमेशा छठ पूजा में ही घर जाते हैं. कभी त्यौहार मिस नहीं करते. उन्होंने बताया कि इस बार उन्होंने तत्काल सेवा से 4 घंटे के बाद जाकर कंफर्म टिकट मिला.
नई दिल्ली स्टेशन पर कैसा इंतजाम है?
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर यात्रियों की भीड़ को देखते हुए रेलवे ने 29 अक्टूबर तक प्लेटफॉर्म टिकट बंद कर दिया है. इसके साथ ही अलग से टिकट काउंटर भी बनाए गए हैं. वहीं, यात्रियों के रुकने के लिए स्टेशन के बाहर टेंट लगाए गए हैं, जहां खाने-पीने के साथ ही मोबाइल चार्जिंग की व्यवस्था की गई है.
इसके साथ ही यात्रियों की भीड़ को देखते हुए रेलवे स्टेशन के बाहर और प्लेटफॉर्म पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की है. यात्रियों की भीड़ को काबू में करने के लिए पुलिस के जवान तैनात किए गए हैं.
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