वीडियो प्रोड्यूसर: अक्षय सिंह/कनिष्क दांगी
वीडियोएडिटर: मोहम्मद इरशाद आलम/विवेक गुप्ता
कैमरा: सुमित बडोला/शिव कुमार मौर्य
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने क्विंट के खास शो राजपथ में संजय पुगलिया से बातचीत की. जिसमें उन्होंने चुनाव से पहले गठबंधन से लेकर मोदी, राजीव गांधी, एग्जिट पोल, अगला पीएम कौन, जैसे बातों पर खुलकर अपनी बात रखी.
उन्होंने गठबंधन पर बात करते हुए कहा, अभी जिस चीज का मतलब है, वो है चुनाव से पहले का गठबंधन. चुनाव के बाद होने वाले गठबंधन की भी अहमियत है, लेकिन चुनाव से पहले के गठबंधन काफी अहम हैं. ये सुप्रीम कोर्ट की तरफ से घोषित देश का कानून है. बाकि सारी चीजें इस बात पर निर्भर करता है कि चुनाव के बाद किस तरह का गठबंधन सामने आता है, अभी तो अंदाजा ही लगा सकते हैं. ”
“कोई भी ताकत कांग्रेस को खत्म नहीं कर सकती है”
पीएम मोदी कांग्रेस पर लगातार हमला कर रहे हैं, इसपर पी चिदंबरम ने कहा,
दुनिया की कोई भी ताकत कांग्रेस को खत्म नहीं कर सकती. कुछ लोगों ने सोचा था कि कांग्रेस खत्म हो गई, लेकिन बाकी जगहों को तो छोड़ दीजिए, ये गुजरात से फिर उभरी. फिर इसने राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में जीत दर्ज की. यहां तक कि काउंटिंग वाले दिन भी अमित शाह कर रहे थे कि वो इन तीनों राज्यों में जीतेंगे. भले ही हम 1 सीट से जीते या 2 सीट से, हम 3 राज्यों में जीते. हमारे मुख्यमंत्री वहां हैं.
‘मोदी ही विकल्प नहीं’
अगला पीएम मोदी नहीं तो कौन? इस सवाल के जवाब में पी चिदंबरम ने कहा, “कौन लोग ये कहते हैं कि मोदी के अलावा कोई और विकल्प नहीं है? तमिलनाडु के लोग? केरल के लोग? आंध्र के लोग? क्या ये लोग भारत के लोग नहीं हैं? ओडिशा के लोग क्या भारत के लोग नहीं हैं? दिल्ली, मुंबई, लखनऊ, भोपाल ये हिंदी हार्टलेंड है लेकिन ये पूरा भारत नहीं है, सभी 29 राज्यों के लोग,भारत के लोग हैं.”
आपका प्रधानमंत्री कौन होगा?
हमने ये काफी साफ कर दिया है. सभी गैर-बीजेपी पार्टियां साथ में बैठकर फैसला करेंगी कि कौन गैर-बीजेपी सरकार की अगुवाई करेगा. ममता बनर्जी ने ऐसा कहा है, अखिलेश यादव ने ऐसा कहा है, चंद्रबाबू नायडू ने ऐसा कहा है, पवार ने ऐसा कहा है, राहुल गांधी ने ऐसा कहा है. तो शक क्यों होना चाहिए?
तो क्या दोनों संभावनाएं खुली हुई हैं कि कांग्रेस से भी कोई पीएम बन सकता है या कोई गैर-कांग्रेसी पीएम बन सकता है?
मुझे नहीं पता, हर पार्टी चाहती है कि उसका नेता पीएम बने. यह नेचुरल है. मेरे जैसा कार्यकर्ता भी चाहेगा कि मेरी पार्टी का नेता पीएम बने. एनसीपी, टीएमसी या किसी और पार्टी के कार्यकर्ताओं के लिए यह नेचुरल है. अगर वे ऐसा नहीं सोचते, तब यह अननेचुरल होता. लेकिन इसपर केवल नेता फैसला कर सकते हैं, वही कुछ कह सकते हैं.
सुप्रीम कोर्ट ने ईवीएम और वीवीपैट पर विपक्षी पार्टियों की याचिका खारिज कर दी. क्या ये वास्तविक मुद्दे हैं? आप जीत जाते हैं तो आप शिकायत नहीं करते.
ये मायने नहीं रखता कि हम शिकायत करते हैं या नहीं करते. ये वास्तविक मुद्दे हैं. हम सुप्रीम कोर्ट के फैसले से निराश हैं, मैं इस बारे में ज्यादा कुछ नहीं बोल सकता. राजनेता, राजनीतिक पार्टियां लोगों के करीब हैं. आप किसी भी पार्टी के कार्यकर्ता से बात कीजिए- डीएमके, एआईडीएमके, टीडीपी, बीजेडी. किसी से पूछिए, इस बात को लेकर आशंका है कि ईवीएम फुल प्रूफ सिस्टम नहीं है. अगर यह भारत के लोगों की चिंता है तो इसपर जवाब देना चाहिए. ये डर बेवजह भी है तो हमारी जिम्मेदारी है कि हम इसे दूर करें.
आपको क्या लगता है, वह (पीएम मोदी) राजीव गांधी का नाम क्यों उछाल रहे हैं?
मैंने अपने ट्वीट में कहा था- यह उनकी निराशा को दिखाता है. यह उनकी हार के डर को दिखाता है. लेकिन उन्होंने साफ कर दिया कि वो इसे मुद्दा बनाना चाहते हैं, क्योंकि पंजाब, दिल्ली, भोपाल गैस ट्रैजडी, बीजेपी के लिए बड़े मुद्दे हैं. उन्हें भोपाल ट्रैजडी के बारे में बात करने दीजिए, उन्हें पंजाब के बारे में बात करने दीजिए. लेकिन वो राजीव गांधी को भ्रष्टाचारी नंबर 1 क्यों कहते हैं. जब आप कहते हो कि चौकीदार चोर है तो इससे उन्हें तकलीफ होती है. वह इसका जवाब दे रहे हैं. चलिए चौकीदार चोर है की बात कर लेते हैं, वो कह सकते हैं कि विपक्षी पार्टी का नेता चोर है. वो इसमें राजीव गांधी को क्यों लेकर आ जाते हैं. जब राजीव गांधी जिंदा थे, तब किसी ने नरेंद्र मोदी के बारे में सुना तक नहीं था. क्या आपने 1991 में नरेंद्र मोदी के बारे में सुना था? 1991 में वह प्रचारक थे, जो उत्तर भारत में घूम रहे थे. किसी ने भी उनके बारे में सुना तक नहीं था. तो अब वो राजीव गांधी से क्यों लड़ाई कर रहे हैं?
क्या आपको इस बात की चिंता नहीं है कि 23 मई के बाद कर्नाटक या मध्य प्रदेश में कोई आपकी सरकार को गिराने की कोशिश करना चाहेगा?
कोई भी सरकार नहीं गिरेगी. बीजेपी कोशिश करेगी. उसने पहले भी कोशिश की है. पैसा ऑफर करते हुए येदियुरप्पा की आवाज आपको टेप पर सुनाई दी. उन्होंने पहले इससे इनकार किया, 24 घंटे बाद उन्हें इसे स्वीकार करने पर मजबूर होना पड़ा. बीजेपी कोशिश करेगी. मुझे नहीं लगता कि सरकार गिरेगी. अगर सरकार गिरेगी तो एक और चुनाव होगा, कांग्रेस फिर से जीतेगी.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)