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सोनिया पर खट्टर का बयान और फिर उस पर ‘मनोहर कहानियां’

हरियाणा के सीएम का सोनिया गांधी से जुड़ा विवादत बयान राज्य के चुनाव प्रचार में ‘बम’ की तरह फूटा

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जर्मन लेखक कर्ट टुखोलस्की (Kurt Tucholsky) ने कहा है- ‘Language is a weapon, keep it honed’ यानी ‘भाषा एक हथियार है इसे धारदार बनाए रखिए’. लेकिन भाषा के हथियार की ये धार अगर मर्यादा की सरहद के पार हो जाए तो शर्मसार भी कर सकती है.

कथा जोर गरम है कि हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर का कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से जुड़ा एक विवादत बयान राज्य के चुनाव प्रचार में एक ‘बम’ की तरह फूटा है.

लोकसभा चुनाव में हार के बाद राहुल (राहुल गांधी) ने पार्टी अध्यक्ष पद छोड़ दिया और कहा कि नया कांग्रेस अध्यक्ष गांधी परिवार से नहीं होगा. हमने इस निर्णय का स्वागत किया था. वंशवाद की राजनीति को खत्म करने के लिए यह अच्छा फैसला था. फिर, इन लोगों ने देशभर में (नए अध्यक्ष की) तलाश शुरू की. तीन महीने के बाद, उन्होंने सोनिया गांधी को कांग्रेस अध्यक्ष बना दिया... यह तो ऐसा हुआ, जैसे खोदा पहाड़, निकली चुहिया, वह भी मरी हुई.
मनोहर लाल खट्टर, मुख्यमंत्री, हरियाणा

मुख्यमंत्री खट्टर की भाषा आपत्तिजनक

मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर इस भाषा का इस्तेमाल 72 साल की एक महिला के खिलाफ कर रहे हैं, जो देश की मुख्य विपक्षी पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष हैं और सांसद हैं. एक महिला सांसद की गरिमा का ना सही, खट्टर को उस पद की गरिमा का ही ख्याल रखना चाहिए था, जिस पद पर वह विराजमान हैं.

एक राज्य के मुख्यमंत्री की भाषा, कम से कम उनकी खुद की पार्टी के हजारों लाखों कार्यकर्ताओं के लिए नजीर होते हैं. ऐसे में सीएम खट्टर उनके सामने कौन सी मिसाल पेश करना चाहते हैं?

खट्टर के बयान के खिलाफ सड़कों पर उतरी कांग्रेस

मुख्यमंत्री खट्टर के इस बयान के खिलाफ कांग्रेस पार्टी सड़कों पर आ गई. दिल्ली में महिला कांग्रेस की सदस्यों ने खट्टर का पुतला जलाया.

पार्टी ने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा-

कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के खिलाफ अपने तुच्छ बयान, महिलाओं के अपमान और असामाजिक सोच के लिए मुख्यमंत्री खट्टर को देश की सभी महिलाओं से माफी मांगनी चाहिए.

ऐसा पहली बार नहीं है जब सीएम खट्टर ने अपनी जबान की ये ‘नफासत’ दिखाई हो. इससे पहले भी वे कश्मीरी लड़कियों से शादी को लेकर, रेप और छेड़छाड़ की घटनाओं को लड़की की ही गलती बताकर, लड़कियों के पहनावे को लेकर और अभिव्यक्ति की आजादी को नंगेपन से जोड़कर सुर्खियों में रह चुके हैं.

खट्टर के बयान पर बीजेपी की चुप्पी

सीएम खट्टर ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ अभियान को लेकर अपनी पीठ ठोकते हैं लेकिन महिलाओं को पर उनके बयान कुछ और ही कहानी बता रहे हैं.

खट्टर के विवादत बयान पर बीजेपी आलाकमान ने तो चुप्पी साध रखी है लेकिन करेले पर नीम चढ़ाते हुए हरियाणा के एक और विख्यात बीजेपी नेता अनिल विज ने कहा कि मुख्यमंत्री ने सिर्फ कहावत कही थी. उन्होंने किसी को चुहिया नहीं कहा.

माना कि ये कहावत है लेकिन शब्द भावनाओं का चेहरा होते हैं. इस मुहावरे का ज्यादातर इस्तेमाल- ‘खोदा पहाड़ निकली चुहिया’ तक होता है. ‘वह भी मरी हुई’ शब्दों को जोड़कर खट्टर साहब ने साफतौर पर अपनी सोच का प्रदर्शन किया है.

वैसे ये भी कितनी हल्की दलील है कि मुख्यमंत्री ने कहावत का इस्तेमाल किया है, सोनिया गांधी को निजी तौर पर कुछ नहीं कहा. किसी भी बात का गलत या सही होना इससे तय होता है कि वो किस मौके और हालात में कही गई.

मौत सबकी निश्चत है अब ये बात कितनी भी सही हो लेकिन मैं ये किसी की जन्मदिन पार्टी में तो उसे नहीं कह सकता ना.

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