वीडियो एडिटर: अभिषेक शर्मा
देश की सबसे बड़ी झोपड़पट्टी, लाखों लोगों का घर, छोटे कारोबार के केंद्र- मुंबई की धारावी की भी कई बड़ी समस्याएं हैं. धारावी मुंबई का एक क्षेत्र है. यह एक झुग्गी बस्ती है. यह पश्चिम माहिम और पूर्व सायन के बीच में है. 29 अप्रैल को यहां के लोग वोट डालेंगे.
क्विंट पहुंचा मुंबई की इस झोपड़पट्टी में और यहां के लोगों की समस्याओं को जानने की कोशिश की. यहां के लोगों के मुताबिक पुनर्वास , महिला सुरक्षा और बुनियादी सुविधाएं चुनाव का अहम मुद्दा है. इस सभी बड़ी समस्याओं से जूझ रहे धारावी के लोगों का सरकार से एक ही सवाल है कि इनका टाइम कब आएगा?
जब क्विंट ने यहां के लोगों से पुनर्वास के बारे में बातें की तो उन्होंने कहा
चुनाव के दौरान सभी बातें करते हैं लेकिन चुनाव के बाद सभी अपने वादे भूल जाते हैं पुनर्वास की बातें करती हैं.दानिश कुरैशी, धारावी निवासी
धारावी में रहने वाले अरबाज अंसारी का कहना है कि ‘’राजनेता चुनाव के दौरान सालों से पुनर्वास की बात कर रहे हैं लेकिन यहां बिल्डिंग बनने की बजाय झुग्गी झोपड़ियों की तदाद बढ़ती जा रही है.
यहां पर रहने वाले स्थानीय लोगों का मनना है कि स्वच्छ भारत अभियान जैसे मुद्दे यहां दम तोड़ते हुए दिखाई दे रहे हैं. पिछले कुछ सालों में सफाई का नाम धारावी से मिटता हुआ दिखाई दे रहा है. जहां एक तरफ पूरे देश में स्वच्छ भारत अभियान का बोलबाला है वहीं दूसरी तरफ धारावी में दिन दिन ब दिन गंदगी बढ़ती जा रही है.
धरावी में महिला सुरक्षा भी एक बड़ा मुद्दा है. बचपन से धारावी में रह रही लड़कियों का कहना है कि यहां महिला सुरक्षा के नाम कोई सुविधा नहीं दी जातीं. लड़कियों को भद्दे कमेंट्स का सामना करना पड़ता है.
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