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कश्मीर ही नहीं कई मुद्दों पर ऊटपटांग बोल गए ट्रंप,इमरान सुनते रहे

पूरे प्रेस कॉन्फ्रेंस में सिर्फ कश्मीर पर ही ट्रंप ने अजीब बयान नहीं दिया, और भी ऊट-पटांग बातें थीं शामिल!

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वीडियो एडिटर: अभिषेक शर्मा

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पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान से मुलाकात के दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कश्मीर मुद्दे को लेकर भारत-पाक के बीच मध्यस्थता की पेशकश की थी. मुलाकात के बाद दोनों नेताओं की साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस में ट्रंप ने कहा कि अगर मैं इस मामले में मदद कर सकूं तो मुझे मध्यस्थ बनने में खुशी होगी.

ट्रंप ने यहां तक दावा किया कि भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी उनसे कश्मीर पर मध्यस्थता की बात कही थी. लेकिन उस पूरे प्रेस कॉन्फ्रेंस में सिर्फ कश्मीर पर ही ट्रंप ने अजीब बयान नहीं दिया, और भी ऊट-पटांग बातें शामिल थीं!

कश्मीर पर क्या बोले ट्रंप?

“मैं दो हफ्ते पहले मोदी के साथ था और हमने इस (कश्मीर) मुद्दे पर बात की. उन्होंने कहा, “आप इस मामले में मध्यस्थता करना चाहेंगे?” मैंने कहा “किस पर?” तो उन्होंने (मोदी) कहा, “कश्मीर.”

इतना ही नहीं, उन्होंने आगे अफगानिस्तान पर क्या कहा, देखिए-

“मुझे लगता है पाकिस्तान हमारी मदद जरूर करेगा. हम पुलिस के जैसे हैं. हम जंग नहीं लड़ रहे हैं. हम अफगानिस्तान में जंग लड़ना चाहते थे और इसे जीतना चाहते थे. मैं एक हफ्ते में उस जंग को जीत सकता था. मैं 10 मिलियन लोगों को मारना नहीं चाहता. क्या आप समझ रहे हैं? मेरी अफगानिस्तान को लेकर योजनाएं हैं. अगर मैं उस युद्ध को जीतना चाहता तो अफगानिस्तान नक्शे से गायब हो जाता. ये सिर्फ 10 दिनों में हो जाता. मैं ये नहीं करना चाहता. मैं उस रास्ते पर नहीं जाना चाहता.”  
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फिर पाकिस्तान के बारे में ट्रंप ये कहते हैं..

“मैंने CIA की एक रिपोर्ट पढ़ी है जो पूरी तरह गलत है. उन्होंने प्रोपेगेंडा किया है. उन्होंने झूठ कहा है. मुझे नहीं लगता पाकिस्तान कभी ऐसा करेगा, नहीं?

पाकिस्तान कभी झूठ नहीं बोलता.”

लेकिन साल 2018 में ट्रंप खुद एक ट्वीट के जरिये पाकिस्तान को झूठा करार दे चुके हैं.

अब देखिए नॉर्थ कोरिया पर क्या बोले ट्रंप-

“नॉर्थ कोरिया से हमारे संबंध बहुत अच्छे हैं. हमने किम जोंग उन के साथ एक अच्छा रिश्ता कायम किया है. व्यक्तिगत तौर पर...हमारे संबंध बहुत अच्छे हैं. और ये बहुत जरूरी है.”

ट्रंप ने बातों-बातों में ही ईरान को भी एहसानफरामोश करार दे दिया.

“ओबामा के कार्यकाल के दौरान हुई न्यूक्लियर डील के बाद, उन्हें (ईरान )अमेरिका और ओबामा का शुक्रगुजार होना चाहिए. शुक्रगुजार होने के बजाए वो हम पर ही उंगली उठा रहे हैं. उंगली उठाकर उन्होंने अमेरिका की बेइज्जती की.”
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आगे वो दोबारा अफगानिस्तान पर आते हैं और कहते हैं,

“अफगानिस्तान के बारे में मैं एक चीज बताता हूं. आप सभी को ये नहीं पता होगा कि हमने अब तक के इतिहास का सबसे बड़ा गैर परमाणु बम गिराया और हम वैसे कई बम बनाने वाले हैं. वहां पर इसके कारण एक बहुत बड़ा गड्ढा हो गया है. इससे कई टनल बर्बाद हो गए और ये गड्ढा काफी बड़ा है. ये चांद पर गड्ढे जैसा दिखता है. वो वहां अब भी मौजूद है, किसी ने ऐसा नहीं देखा. 15 मील दूर से लोगों ने इसकी आवाज सुनी थी. लोग कह रहे थे कि ‘ये क्या है?’. इससे धरती हिल गई थी. गैर-परमाणु बम, अब तक का सबसे बड़ा और ऐसे कई बम बनेंगे ..और मैंने कहा-”नहीं, मुझे इसका इस्तेमाल नहीं करना है, मैं ये नहीं करना चाहता. इसके कई हल हैं, बहुत आसान से. मुझे लगता है कि हम बिना उस रास्ते पर गए भी सफल होंगे.”

देखें पूरा वीडियो!

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