ADVERTISEMENTREMOVE AD

मुझे नौकरी से निकाल दे यूपी सरकार: डॉ. कफील खान

Dr Kafeel Khan से झारखंड कैंप के दौरान क्विंट ने की खास बातचीत

छोटा
मध्यम
बड़ा

वीडियो प्रोड्यूसर: कनिष्क दांगी

वीडियो एडिटर: अभिषेक शर्मा

बीआरडी मेडिकल कॉलेज केस में आरोपी डॉ. कफील खान जेल से निकलने के बाद 11 राज्यों में मेडिकल कैंप लगा चुके हैं. झारखंड कैंप के दौरान भविष्य की योजनाओं और राजनीति में प्रवेश को लेकर उन्होंने क्विंट से खास बातचीत की. उन्होंने कहा कि यूपी सरकार अगर उनकी फिर से नौकरी पर बहाली नहीं करती है तो नौकरी से निकाल ही दे ताकि वो अपना कुछ कर सकें.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

आपके ऊपर एनएसए लगा था?

सीएम योगी जी के 4 साल के कार्यकाल में मैं 500 दिन जेल में रहा. टॉर्चर भी किया गया. जेल में ह्यूमन राइट्स नहीं हैं. मैं एक डॉक्टर हूं, मेरी गलती क्या थी? कोर्ट ने माना कि मेरा भाषण भारतीय एकता की बात करता है. कोर्ट के ऑर्डर में कमी ये रही कि जिस DM ने मुझपर झूठा NSA का केस लगाया उसे सजा नहीं मिली.

फिलहाल डॉ. कफील के नौकरी की क्या स्थिति है?

9 लोग मेरे साथ जेल गए थे, जिनमें से 8 की बहाली हो गई है, मेरी नहीं हुई. मेरे खिलाफ 9 इंक्वायरी लगाई गई लेकिन सभी में आरोप साबित नहीं हो पाए. मैं 25 बार इस्तीफा दे चुका हूं, नौकरी से निकाल दो तो मैं अपना काम कर पाउंगा. लेकिन मुझे न नौकरी से निकालते हैं, न वापस बुलाते हैं.

डॉ. कफील खान पर फिलहाल कितने केस चल रहे हैं?

4 केस चल रहे हैं, किसी भी केस में चार्ज नहीं लगाए गए. उत्तर प्रदेश सरकार ने जनवरी 2021 में मुझे हिस्ट्री शीटर बना दिया. मेरे पास फोन आया कि आपके ऊपर ताउम्र नजर रखे जाएंगे. अलीगढ़, बहराइच, गोरखपुर की कोर्ट में केस चल रहे हैं. मैंने सभी को चैलेंज भी किया है.

क्या राजनीति में कभी आएंगे?

वक्त बताएगा कि मैं विधायक बनूंगा कि नहीं. योगी सरकार से लोग परेशान हैं. 5 साल तक सीएम ने शिक्षा और रोजगार पर कोई बात नहीं की, सिर्फ अली और बजरंगबली की बात हुई. जनता चाहती है-रोटी, कपड़ा, मकान, स्वास्थ्य, शिक्षा, रोजगार. अगर सिस्टम की कमी को दूर करने के लिए सिस्टम में आना पड़ा तो आऊंगा.

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

Published: 
सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
अधिक पढ़ें
×
×