एक साल बाद आखिरकार किसान आंदोलन (Farmers Protest) खत्म होने जा रहा है. केंद्र सरकार ने किसानों की तमाम मांगों को लेकर एक प्रस्ताव दिया है. जिस पर किसान संगठन सहमत हो गए हैं. 11 दिसंबर को किसान दिल्ली की सीमाओं से घरों के लिए कूच करेंगे. इसके लिए तैयारियां शुरू हो चुकी हैं. तमाम किसानों को बॉर्डर पर जुटने के लिए कहा जा रहा है.
सफाई के लिए ज्यादा से ज्यादा लोगों की जरूरत
किसानों ने अपने साथियों को मैसेज देते हुए कहा कि, जीत का जश्न मनाना है और एक बड़े मोर्चे के तौर पर निकलना है. किसान प्रदर्शनकारी डॉ सवाईमान सिंह ने कहा कि,
"हमारा मोर्चा खत्म हो गया है, 11 तारीख को हमें निकलना है मोर्चा फतह करने के बाद. लेकिन जितने भी लोग बॉर्डर आएंगे उनसे मेरी गुजारिश है कि वो अपने सभी तंबू और टेंट यहां से उठाकर ले जाएं. क्योंकि कल कोई भी किसानों को बदनाम करने के लिए उनके नीचे शराब की बोतलें या ऐसी कोई चीजें रख सकता है. पूरी सफाई करके रखें. आप लोग जल्द से जल्द बॉर्डर पहुंचे, क्योंकि यहां हमें सफाई के लिए लोगों की जरूरत है."
किसान प्रदर्शनकारी ने कहा कि, पूरा इलाका साफ सुथरा करके ही हम लोग वापस जाएंगे. जो लोग अब तक मोर्चे पर नहीं आए, वो भी बसों और ट्रेनों में भर-भरकर यहां पहुंचें.
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