इंडिविजुअल टैक्स एक्सेम्पशन की सीमा अब 5 लाख तक हो गयी है मगर मार्केट एक्सपर्ट गौरव मशरूवाला का मानना है कि इसमें बहुत कनफ्यूजन है और इसे ठीक से समझना बेहद जरूरी है. लोगों को लगता है कि 5 लाख तक इनकम टैक्स नहीं है,और ये पहला टैक्स स्लैब है मगर ये सच्चाई नहीं है.
क्या है '5 लाख तक टैक्स में छूट' की सच्चाई?
5 लाख तक टैक्स नहीं का ये मतलब नहीं की नए टैक्स स्लैब आ गए हैं. आपको अपनी पूरी इनकम की गिनती करनी पड़ेगी. उसमें कितना टैक्स आता है उसकी भी गिनती करनी होगी. अगर उसकी इनकम 5 लाख तक पहुंचती है तो आपको कोई टैक्स नहीं देना है.
स्टैंडर्ड डिडक्शन
इसका लाभ सबको मिलेगा, यहां पर कोई प्रतिबंध नहीं है. पहले जो 40000 रूपये तक का लाभ था एक सैलरी वाले आदमी का उसे बढ़ा कर 50000 रूपये कर दिया गया है. इससे सीधे 10000 रूपये का सीधा लाभ मिलेगा.
ग्रैचुटी में बहुत बड़ा चेंज !!
अब तक 10 लाख तक की ग्रैचुटी पर कोई टैक्स नहीं था, इसे बढाकर 30 लाख कर दिया गया है. इसके अलावा टीडीएस की सीमा भी बढ़ाई गई है.
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