बीते दिनों महाराष्ट्र के तलोजा जेल में बंद एल्गार परिषद के आरोपी गौतम नौवलखा को जेल के अधिकारियों ने पीजी वोडहाउस की किताब "द वर्ल्ड ऑफ जिव्स" देने से ये कहते हुए इनकार कर दिया था कि इस किताब से 'सुरक्षा को खतरा है'।
पीजी वुडहाउस का पूरा नाम पेलहम ग्रेनविल वोडहाउस है । वुडहाउस हास्य उपन्यासकार, लघु-कथा लेखक, गीतकार, और नाटककार, जिन्हें जीव्स के निर्माता के रूप में जाना जाता है । वो 20वीं सदी के सबसे व्यापक रूप से पढ़े जाने वाले हास्यकारों में से एक थे। उन्होंने 90 से अधिक पुस्तकें और 20 से अधिक फ़िल्म स्क्रिप्ट लिखीं और 30 से अधिक नाटकों और संगीतमय हास्य में सहयोग किया।
गौतम नवलखा को जेल अधिकारियों के जरिए वुडहाउस की किताब देने से मना करने के मामले पर सुनवाई करते हुए बॉम्बे हाइकोर्ट ने इसे हास्यास्पद बताया
गौतम नवलखा को जेल अधिकारियों के जरिए वुडहाउस की किताब देने से मना करने के मामले पर सुनवाई करते हुए बॉम्बे हाइकोर्ट ने इसे हास्यास्पद बताया "क्या यह सच है? वोडहाउस को सुरक्षा के लिए खतरा माना जाता है ? यह वास्तव में हास्यपूर्ण है। वोडहाउस मराठी लेखक और हास्यकार एल देशपांडे के लिए प्रेरणा का स्रोत था।"एसबी शुक्रे, बॉम्बे हाई कोर्ट
इस वीडियो में इसी घटना पर आधारित दो दोस्तों के बीच व्यंग्यात्मक बातचीत के जरिए बताया गया है कि कैसे पीजी वोडहाउस की किताब से भारत जैसे लोकतांत्रिक देश के लिए भी सुरक्षा को खतरा है।
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