उत्तराखंड (Uttarakhand) के हल्द्वानी (Haldwani) में प्रशासन की तरफ से मदरसा गिराए जाने के बाद भड़की हिंसा से जोड़कर सोशल मीडिया पर एक पोस्ट वायरल है.
क्या है दावा : इस पोस्ट में शहर की पिछले 20 सालों की जनसंख्या से जुड़े दावे किए गए हैं. सोशल मीडिया यूजर्स हिंसा के विजुअल्स को शेयर करते हुए इसे शहर में बढ़ती मुस्लिम जनसंख्या से जोड़ रहे हैं.
पोस्ट शेयर करने वालों का दावा है कि ''20 साल पहले हल्द्वानी में 1000 से कम मुस्लिम समुदाय के लोग थे. आज उनकी आबादी 1 लाख से ज्यादा हो गई है.''
रिपोर्ट लिखे जाने तक X यूजर'@RealBababanaras' के इसपोस्ट को 1.78 लाख से ज्यादा बार देखा जा चुका है.
एक अन्य पोस्ट में दावा किया गया है कि हल्द्वानी में मुस्लिम आबादी 20 साल पहले केवल 1% थी ''अब बढ़कर 20% हो गई है (SIS).''
दावे के साथ शेयर किया गया वीडियो ना तो हाल का है, न ही हल्द्वानी का है. इस वीडियो की पड़ताल आप हमारी पिछली फैक्ट चेक रिपोर्ट में यहां पढ़ सकते हैं.
क्या ये सच है ? : नहीं, ये दावा तथ्यात्मक रूप से सही नहीं है.
2001 में हल्द्वानी में हुई जनगणना के आंकड़े बताते हैं कि शहर में मुस्लिम समुदाय की कुल आबादी 80,000 थी.
सरकार ने अब तक 2021 की जनगणना नहीं की है, तो जाहिर है कि अभी हल्द्वानी की वर्तमान मुस्लिम आबादी से जुड़े कोई आधिकारिक आंकड़े उपलब्ध नहीं हैं.
हहमने ये सच कैसे पता लगाया ? : जनगणना के पिछले आंकड़ों के लिए हमने भारत सरकार की ऑफिशियल वेबसाइट चेक की.
हमने उत्तराखंड के 2001 के जनगणना के आंकड़े देखे, 2007 तक इस राज्य का नाम उत्तरांचल था.
धार्मिक आधार पर उत्तरांचल में जनसंख्या के आंकड़ों का सेक्शन हमने देखा, तो हमें हर शहर की आबादी के आंकड़ों से जुड़ा दस्तावेज मिला.
दस्तावेज में दिखाया गया है कि साल 2001 में हल्द्वानी में 4,97,869 लोग रहते थे. इनमें से 80,436 लोग मुस्लिम समुदाय से थे.
2001 की जनगणना के वक्य यानी आज से 20 साल से भी ज्यादा पहले के आंकड़ों में मुस्लिम समुदाय की जनसंख्या हल्द्वानी में 16.15% बताई गई थी.
2011 की जनगणना : हमने साल 2011 की जनगणना के आधिकारिक आंकड़े देखे कि एक दशक में हल्द्वानी की जनसंख्या में कितना बदलाव आया था.
आंकड़े बताते हैं कि हल्द्वानी की कुल आबादी 2011 में गिरकर 3.64,129 हो गई थी.
इनमें से 67,559 लोग मुस्लिम समुदाय से थे. प्रतिशत की बात करें तो साल 2011 में हल्द्वानी की मुस्लिम आबादी 18.55% थी.
जाहिर है कि हल्द्वानी में साल 2011 में मुस्लिम आबादी उससे ज्यादा थी, जितनी वायरल पोस्ट में दिखाई गई है.
हाल का डेटा उपलब्ध नहीं : भारत सरकार ने साल 2021 में जनगणना से जुड़ा कोई सर्वे नहीं कराया है.
सर्वे की प्रक्रिया कोविड-19 महामारी के चलते नहीं हो पाया था.
ऐसा कोई आधिकारिक सोर्स नहीं है, जहां हल्दवानी की जनसंख्या के वर्तमान आंकड़े उपलब्ध हों.
हल्द्वानी में क्या हो रहा है ? : स्थानीय प्रशासन ने उत्तराखंड के हल्द्वानी में बनभूलपुरा में स्थित एक मदरसे को गिराने की कार्रवाई की. 8 फरवरी की इस कार्यवाई को प्रशासन ने अतिक्रमण-विरोधी एक्शन बताया था.
अधिकारियों ने इस इमारत को "अवैध" माना और मदरसे को सील कर दिया. इसे गिराए जाने के दौरान हिंसा भड़क गई, जिसमें कम से कम दो लोग मारे गए और 250 से ज्यादा लोग घायल हो गए.
इलाके में इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं और अधिकारियों ने हिंसा प्रभावित इलाके में धारा 144 लगा दी है.
मामले में 3 FIR दर्ज हो चुकी हैं और चार आरोपियों को हिरासत में लिया गया है. ये बात नैनीताल की कलेक्टर वंदना सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कही.
निष्कर्ष : वायरल दावा गलत है. हल्द्वानी में साल 2001 में मुस्लिम आबादी 80,000 थी, जो कि कुल आबादी का 16.15% था.
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