वीडियो एडिटर: वरुण शर्मा
स्टोरी: जयशंकर कुमार
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आजकल, हर कोई कह रहा है ‘मैं भी चौकीदार. मैं भी चौकीदार’, लेकिन हम असली चौकीदार हैं, जिन्हें दिन-रात काम करने के बाद भी वक्त पर तनख्वाह नहीं मिलती है.रामकिशन गोपे
सत्ताधारी बीजेपी पार्टी ने ‘चौकीदार’ की भले ही जोर-शोर से मार्केटिंग की हो लेकिन झारखण्ड के रांची में रहने वाले असली चौकीदारों को महीनों से तनख्वाह नहीं मिली है.
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क्विंट के My रिपोर्ट में हम आज बात करेंगे असली चौकीदारों की, जो सरकार के लिए चौकीदारी करते हैं, लेकिन इन्हें अपनी सैलरी समय पर नहीं मिल पाती है.
हमें कोई भी सरकार की तरफ से मिलने वाली सुविधा का लाभ वक्त पर नहीं मिल पता है, ऐसे कई चौकीदार हैं जो 10 साल से ज्यादा से ये काम कर रहे हैं और इन्हें ACP (अशोर्ड करियर प्रोग्रेशन) मिलना चाहिए लेकिन नहीं मिला हैमहेंद्र गुप्ता
चौकीदारों ने तनख्वाह वक्त पर न मिल पाने के कारण होने वाली परेशानी के बारे में भी बात की.
बिना पैसे के बहुत मुश्किल होती है, मैं अपने बेटे को पढ़ा नहीं सकता, क्योंकि घर का खर्च भी संभालना होता हैमोहन
बीजेपी का 'मैं भी चौकीदार' सोशल मीडिया पर कई दिनों तक ट्रेंड करता रहा, लेकिन सिर्फ सोशल मीडिया पर ट्रेंड कराने से चौकीदारों का गुजारा नहीं हो सकता.
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