ज्यादातर लोग या तो बैंक (Bank Loan) से कर्ज लेते हैं या फिर आजकल लोन ऐप से कर्ज लेने लगे हैं. मोबाइल के जरिए एक क्लिक पर लोन ऐप (Loan App) से कर्ज लेना अब खतरनाक साबित होता जा रहा है. लोन ऐप से जुड़ी कई दर्दनाक खबरें लगातार सामने आ रही हैं.
हाल में जो मामला सामने आया है वो मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के भोपाल (Bhopal) का है, जहां एक ही परिवार के 4 सदस्यों की खुदकुशी के कारण मौत हो गई. इसमें दो बच्चे भी शामिल हैं. पुलिस ने बताया कि मौके से सुसाइड नोट बरामद हुआ है, शख्स ने एक डिजिटल लोन ऐप से कर्ज लिया था, जब वह चुका नहीं पाया तो उसे धमकियां मिलने लगी जिससे परेशान हो कर उसने पहले बच्चों को जहर दिया और फिर अपनी पत्नी के साथ दर्दनाक कदम उठाने पर मजबूर हुआ. इसके बाद लोन ऐप को लेकर भोपाल पुलिस ने एडवाइजरी जारी कर दी है.
आप इस घटना की सीरियसनेस को समझिए. घटना नई नहीं है, एडवाइजरी भी कोई पहली बार नहीं दी जा रही है. RBI पहले भी कई बार चेतावनी, गाइडलाइन और एडवाइजरी जारी कर चुका है. अब लोन ऐप का शिकार होने वालों की संख्या इतनी ज्यादा बढ़ रही है कि पुलिस भी एडवाइजरी जारी कर रही है. इस आर्टिकल में आपको बताएंगे RBI से लेकर भोपाल पुलिस द्वारा जारी की गई एडवाइजरी और फर्जी लोन ऐप से कैसे बचें और कैसे इन फर्जी ऐप को पहचाने.
कई फर्जी लोन ऐप चीन से ऑपरेट हो रहे हैं. कई लोन ऐप सही हैं लेकिन कुछ फर्जी भी हैं. किसी भी लोन ऐप्स की खासियत है कि आपको ज्यादा कागजी कार्यवाही नहीं करनी पड़ती और बैंक का चक्कर नहीं काटना पड़ता. बस ऐप पर रजिस्ट्रेशन करना होता है और मिनटों में लोन अप्रूव हो जाता है.
कुछ ऐप्स के बारे में बताएं तो MoneyTap हैं, PaySense, Cashe, Payme India, Navi जो 2 लाख तक लोन देता है, Dhani ऐप...इसके जरिए तो 15 लाख तक का लोन मिल जाता है. इसके अलावा IndiaLends जो आपको 48 घंटों के अंदर लोन देता है. ऐसी और भी कई कंपनियां हैं.
RBI की गाइडलाइन
जब भी किसी ऐप से लोन लें तो Key Fact Statement मांगे और उसे अच्छी तरह से पढ़ें. ब्याज, एप्लीकेशन फीस, प्रोसेसिंग फीस, लेट पेमेंट फीस इसमें इन सबकी जानकारी होती है.
लोन अप्रूव होने के बाद वो सीधे आपके खाते में आना चाहिए. किसी थर्ड पार्टी के जरिए नहीं.
आपके डेटा की जानकारी लेने से पहले लोन ऐप को आपसे सहमति लेना जरूरी है. लोन लेने वाले के पास यह पूरी छूट है कि वह अपना डेटा किसी थर्ड पार्टी के साथ शेयर करना चाहता है या फिर नहीं.
शिकायत कहां करना है? RBI की वेबसाइट पर शिकायत कर सकते हैं. नोडल शिकायत अधिकारी के पास शिकायत कर सकते हैं. शिकायत दर्ज होने के 30 दिनों के अंदर समाधान नहीं होता है तो आप शिकायत आरबीआई से कर सकते हैं.
RBI भी सामाधान ना दें तो RBI के खिलाफ भी शिकायत कर सकते हैं, ये ऑप्शन भी RBI खुद देता है.
SBI ने बताए फ्रॉड से बचने के तरीके
अगर आप किसी लोन ऐप को डाउनलोड कर रहे हैं तो उसके बारे में थोड़ी रिसर्च कर लें, जानकारी जुटा लें, वेरिफाय करें.
किसी भी अननोन लिंक पर क्लिक ना करें. साथ ही किसी भी अनऑथोराइज्ड लोन ऐप का इस्तेमाल ना करें. इससे आपके डेटा की चोरी हो सकती है.
आपका डेटा चोरी न हो इसके लिए फोन में ऐप की परमिशन सेटिंग जरूर चेक करें. इससे वह सेफ रहता है और आपकी निजी जानकारी लीक नहीं होती.
अगर आप किसी संदिग्ध ऐप के चक्कर में फंस गए हैं तो तुरंत पुलिस से शिकायत करें.
लोन लेने से पहले सही प्लेटफॉर्म का चुनाव करना जरूरी है. इसमें कोई भी लापरवाही महंगी साबित हो सकती है.
कैसे पता चलेगा कि लोन ऐप फर्जी है?
जब भी कोई लोन ऐप डाउनलोड करें तो उसकी रेटिंग, रिव्यू जरूर पढ़ लें. ऐप स्टोर पर आपको ये सभी जानकारी मिल जाती है जिससे ऐप के बारे में डिटेल में पता चल जाएगा.
ऐप को कौन सी कंपनी चला रही है और उसे किस कंपनी ने डेवलप किया है. इस तरह की जानकारी अगर ठीक-ठीक मिलती है, तभी उसे डाउनलोड करें.
इसके साथ यह जरूर चेक करें कि लोन ऐप के साथ कोई बैंक जुड़ा है या नहीं. गूगल पॉलिसी साफ कहती है कि किसी भी लोन ऐप के साथ अनिवार्य तौर पर कोई न कोई NBFC जरूर जुड़ा होना चाहिए. अगर ऐसा नहीं है तो सावधान हो जाएं.
फर्जी ऐप यूजर से कई तरह की जानकारी मांगते हैं.
ऐप वही होता है जो यूजर से कम से कम जानकारी मांगता है.
असली लोन ऐप होगा तो वह यूजर को लोन देने से पहले अपनी पूरी जानकारी देगा. ये सभी काम कापी ट्रांसपेरेंसी के साथ किए जाते हैं. अगर कोई ऐप ऐसा नहीं कर रहा है तो शक करें.
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