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पंजाब में अकेले लोकसभा चुनाव लड़ेगी AAP: INDIA गठबंधन को झटका, NDA का क्या प्लान?

Arvind Kejriwal ने ऐलान किया कि अगले 10-15 दिनों में AAP पंजाब की 13 ओर चंडीगढ़ की 1 सीटों पर अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर देगी.

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लोकसभा चुनाव 2024 (Lok Sabha Election 2024) के लिए पंजाब (Punjab) में आम आदमी पार्टी (AAP) सभी सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेगी. शनिवार, 10 फरवरी को पंजाब दौरे पर के AAP के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने बड़ा ऐलान किया है. उन्होंने कहा कि राज्य की सभी सीटों पर पार्टी अपने उम्मीदवार उतारेगी. बता दें कि इससे पहले पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने भी पंजाब में अकेले लोकसभा चुनाव लड़ने का ऐलान किया था. सीएम मान के बाद अब केजरीवाल का बयान INDIA गठबंधन के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है. इससे पहले ममता बनर्जी ने भी पश्चिम बंगाल में अकेले चुनाव लड़ने का ऐलान किया था.

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क्या बोले अरविंद केजरीवाल?

दिल्ली के मुख्यमंत्री और AAP के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा, ''दो साल पहले आपने हमें आशीर्वाद दिया था. आपने (विधानसभा चुनाव में) हमें 117 में से 92 सीटें दीं, आपने पंजाब में इतिहास रचा. मैं आपके पास हाथ जोड़कर एक और आशीर्वाद मांगने आया हूं."

"दो महीने में लोकसभा चुनाव होने वाले हैं, लोकसभा चुनाव के लिए पंजाब से 13 और चंडीगढ़ से एक, कुल मिलाकर 14 सीटें हैं. अगले 10-15 दिनों में AAP इन सभी 14 सीटों पर अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर देगी. आपको इन सभी 14 सीटों पर AAP को बहुमत के साथ जीत दिलानी है.”

लोकसभा चुनाव में पंजाब में जीत का दावा करते हुए सीएम भगवंत मान ने भी कहा, "इस महीने के अंत तक हम पंजाब से अपने सभी 13 और चंडीगढ़ से 14वें उम्मीदवार की घोषणा कर देंगे.''

INDIA गठबंधन का क्या होगा?

बता दें कि पिछले महीने पंजाब, दिल्ली सहित अन्य राज्यों में गठबंधन को लेकर आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच बैठक हुई थी. हालांकि, सीट शेयरिंग को लेकर अब तक कोई फैसला नहीं हुआ. इस बीच AAP ने पंजाब में अकेले चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है. ऐसे इसे INDIA गठबंधन के लिए झटका माना जा रहा है. इससे पहले लोकसभा चुनाव के लिए AAP ने असम में अपने उम्मीदवारों का ऐलान कर दिया था.

जनवरी में छपी द क्विंट की एक रिपोर्ट के मुताबिक, सूत्रों ने तब कहा था कि "AAP दिल्ली और पंजाब में जगह छोड़ने को तैयार है, जहां उसकी राज्य सरकारें हैं, बशर्ते कांग्रेस उसे हरियाणा, गुजरात और गोवा में जगह दे."

अभी हाल में हुए चंडीगढ़ मेयर चुनाव के लिए आम आदमी पार्टी और कांग्रेस ने गठबंधन किया था. हालांकि, दोनों पार्टियां मिलकर भी बीजेपी को नहीं हरा पाई. बीजेपी के मेयर चुने जाने के खिलाफ आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार कुलदीप कुमार ने सुप्रीम कोर्ट में ये याचिका दाखिल की है. इस पर सुनवाई करते हुए शीर्ष अदालत ने इसे "लोकतंत्र का मजाक" करार दिया है.

बता दें कि 2022 के विधानसभा चुनावों में पंजाब में AAP और कांग्रेस के पास कुल वोट शेयर का लगभग 65 प्रतिशत है. प्रदेश में कांग्रेस मुख्य विपक्षी पार्टी है. हालांकि, कांग्रेस की दिल्ली और पंजाब दोनों इकाइयों ने AAP के साथ किसी भी तरह के गठबंधन का विरोध किया था. पंजाब में जमीनी स्तर पर AAP और कांग्रेस के स्थानीय नेताओं और कैडरों के बीच प्रतिद्वंद्विता को देखते हुए, यह भी साफ नहीं है कि वोट ट्रांसफर सही से हो पाएगा.

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द क्विंट के राजनीतिक संपादक आदित्य मेनन ने कहा, "देखा जाए तो पंजाब एक ऐसा सूबा है जहां बीजेपी का ज्यादा प्रभाव नहीं है. इस वजह से यहां पर AAP और बीजेपी को गठबंधन करने की गुंजाइश महसूस नहीं हुई होगी."

इसके साथ ही उन्होंने कहा, "दिल्ली को लेकर अभी भी बातचीत जारी है. 4-3 के फॉर्मूले के तहत बातचीत चल रही है."

पंजाब में NDA की क्या रणनीति है?

बीजेपी प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने INDIA गठबंधन पर तंज कसते हुए कहा, "INDI गठबंधन को एक और जख्म. अरविंद केजरीवाल ने आज घोषणा कर दी है कि पंजाब की 13 सीटें और चंडीगढ़ की सीट पर AAP अकेली लड़ेगी. इसका मतलब INDI गठबंधन वहां पर चुनाव नहीं लड़ेगा. INDI गठबंधन का ये ढांचा लगातार गिरते जा रहा है. INDI गठबंधन का यही ढांचा है 'नो मिशन नो विजन' सिर्फ कमीशन, भ्रष्टाचार."

भले ही बीजेपी INDIA गठबंधन को लेकर निशाना साध रही, लेकिन पंजाब में उसके लिए भी चुनौती बड़ी है. विधानसभा चुनाव में करारी हार के बाद लोकसभा चुनाव बीजेपी के लिए किसी अग्निपरीक्षा से कम नहीं मानी जा रही है.

इधर पंजाब में बीजेपी और अकाली दल के बीच गठबंधन की अटकलों पर गृहमंत्री अमित शाह की प्रतिक्रिया आई है. एक इंटरव्यू में उन्होंने पंजाब में राजनीतिक विस्तार पर कहा है कि पंजाब में अकाली दल के साथ अभी कुछ तय नहीं हुआ है. BJP ने आज तक अपने किसी भी साथी को जाने के लिए नहीं कहा.

अमित शाह ने साफ किया कि अकाली दल पर अभी कुछ तय नहीं हुआ है. बातचीत चल रही है. लेकिन हालात, समीकरण और बीजेपी के कुछ क्षेत्रीय नेता इसके हक में नहीं दिख रहे हैं.

बता दें कि 2019 लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को 8 सीटें मिली थी. अकाली-बीजेपी गंठबंधन को 4 और AAP को सिर्फ 1 सीट मिली थी. वहीं 2014 लोकसभा चुनाव में अकाली दल को 4 और बीजेपी को 2 सीटें मिली थी. वहीं कांग्रेस ने 3 और AAP ने 4 सीटों पर कब्जा जमाया था.

सर्वे क्या कहते हैं?

इंडिया टुडे ग्रुप के मूड ऑफ द नेशन पोल के मुताबिक, पंजाब में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के पांच-पांच सीटें जीतने की उम्मीद है, जबकि बीजेपी को दो सीटें मिलने की उम्मीद है.

द मूड ऑफ द नेशन सर्वे के मुताबिक, AAP को 27 फीसदी वोट शेयर, कांग्रेस को 38 फीसदी, बीजेपी को 17 फीसदी, शिरोमणि अकाली दल को 14 फीसदी और अन्य को 4 फीसदी वोट शेयर मिलने की संभावना है.

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