(नोट: यह सचिन वझे की गिरफ्तारी से पहले का वीडियो है)
मायानगरी मुंबई में रियल लाइफ सस्पेंस थ्रिलर चल रहा है. और इसमें वो सबकुछ है जो एक सस्पेंस थ्रिलर को हिट बनाता है. नेता, क्रिमिनल, पुलिस, बिजनेस टाइकून और ढेर सारी गुत्थियां...
मनसुख की पत्नी ने पुलिस को क्या कहा?
इस थ्रिलर का नया सीन ये है ये कि मुंबई क्राइम ब्रांच के इंस्पेक्टर सचिन वझे को शनिवार को NIA ने गिरफ्तार कर लिया है. इससे पहले उनसे 12 घंटे तक पूछताछ की गई थी. बता दें विपक्ष लगातार वझे की गिरफ्तारी की मांग पर अड़ा हुआ था, क्योंकि मनसुख हिरेन की पत्नी ने वझे पर गंभीर आरोप लगाए थे. मनसुख हिरेन कौन, जिनकी गायब स्कॉर्पियो मुकेश अंबानी के घर पास मिली थी और जिसमें विस्फोटक थे. वही मनसुख जिनकी लाश मिली तो पुलिस ने आत्महत्या बताया, फिर मर्डर केस दर्ज किया गया. मनसुख की पत्नी विमला हिरेन ने जो FIR लिखाई है उसमें क्या कहा है, ये देख लीजिए-
“मेरे पति के पास 3 साल से एक स्कॉर्पियो थी. हमारे रोज के ग्राहक वझे मेरे पति को जानते थे. मेरे पति ने इंस्पेक्टर वझे को नवंबर 2020 में कार दी थी. इसके बाद 5 फरवरी को वझे ने ये कार हमारी दुकान पर भेजी, उन्हें स्टियरिंग में कुछ शिकायत थी. 17 फरवरी को मेरे पति कार को लेकर मुंबई गए. कार की स्टियरिंग जाम हो रही थी, इसलिए उन्होंने मुलुंड टोल प्लाजा पर कार पार्क की और टैक्सी लेकर मुंबई गए. 18 फरवरी को जब हम कार लेने गए तो वो वहीं नहीं मिली.”मनसुख की पत्नी विमला हिरेन
विमला हिरेन आगे कहती हैं, "26-27 को दिन भर मेरे पति वझे के साथ थे. 28 को भी वो वझे के साथ गए, उनका बयान दर्ज हुआ, वो वझे के दस्तखत वाली कॉपी भी अपने साथ लेकर आए. मेरे पति को पुलिस से कोई परेशानी नहीं थी लेकिन वझे के कहने पर ही उन्होंने सीएम को चिट्ठी लिखी थी. वझे ने मेरे पति से कहा था कि गिरफ्तार हो जाओ और वो उन्हें 2-3 दिन में जमानत पर रिहा करा देगा."
हमें बताया गया कि एक स्कार्फ और 5-6 रुमाल उनके मुंह से मिले हैं. मेरे पति बहुत अच्छे तैराक थे और वो नहीं डूब सकते हैं. उनकी गोल्ड चेन, पर्स वगैरह गायब हैं इसलिए हमें लगता है कि उनको मारा गया है और हमें शक है कि वझे ने उन्हें मारा होगा.’
अब सवाल ये है कि आखिर वझे हैं कौन?
अर्णब गोस्वामी से जुड़े अन्वय नाइक आत्महत्या मामला और TRP घोटाले की जांच वझे की देखरेख में हो रही है. अर्णब को तड़के सुबह घर से हिरासत में लेने वाले अधिकारी सचिन वझे ही हैं. अब तक साठ से ज्यादा एनकाउंटर कर चुके हैं, जिसमें अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम और छोटा राजन गैंग के कई गुर्गों का नाम शामिल है.
सस्पेंशन और बहाली
2 दिसंबर 2002 में हुए घाटकोपर बॉम्ब ब्लास्ट मामले के संदिग्ध ख्वाजा यूनिस के मौत मामले में 14 लोगों पर केस दर्ज हुआ था. जिसमें सचिन वझे का नाम भी शामिल था. इसी मामले में सचिन वझे को निलंबित किया गया. इसके बाद वझे ने 2007 में पुलिस सर्विस से इस्तीफा दे दिया. 2008 की दशहरा रैली में वझे ने शिवसेना जॉइन कर ली. उद्धव ठाकरे की सरकार आने पर जून 2020 में वझे की पुलिस फोर्स में फिर से बहाली हुई. ठाकरे सरकार में मुंबई क्राइम ब्रांच यूनिट जॉइन करने वाले सचिन वझे ने आते ही हाई प्रोफाइल केसों से शुरुआत की. कार डिजाइनर दिलीप छाबड़िया को गिरफ्तार भी वझे की टीम ने किया है. अंबानी को मिली धमकी का मामला वझे को ही सौंपा गया था.
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