वीडियो एडिटर: अभिषेक शर्मा
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के भारत दौरे से पहले, अहमदाबाद के मोटेरा बस्ती के लोगों को नगर निगम ने घर खाली करने का नोटिस दिया है.
स्थानीय लोगों के मुताबिक अहमदाबाद नगर निगम (AMC) ने झुग्गी-झोपड़ी में रह रहे लोगों को 'जल्द घर खाली करने' का नोटिस दिया है. दुनिया के सबसे बड़े क्रिकेट स्टेडियम मोटेरा में अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप आएंगे. उन्हें स्टेडियम का उद्घाटन करना है. स्टेडियम के करीब 45 परिवार झुग्गी-झोपड़ी में रहते हैं.
वहीं के स्थानीय तेजा बताते हैं कि वो वहां करीब 10 साल से रह रहे हैं. उनका कहना है कि AMC ने उन्हें नोटिस देकर कहा है कि 'जल्द से जल्द घर खाली करें'. तेजा उन कई लोगों में से हैं जो इसके खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं. तेजा बताते हैं कि 'वो (AMC) एक बार जनवरी में आए थे और हमारा घरों पर बुलडोजर चला दिया था.
वो 16 फरवरी को आए और हमारा नाम नोट कर के चले गए, उसके बाद वो 17 फरवरी को आए और हमें घर खली करने का नोटिस दियातेजा, स्थानीय
गीता मोटेरा के पास बनी उन्हीं झुग्गियों में रहती हैं. वह गर्भवती हैं, उन्होंने प्रशासन पर सवाल उठाया है कि वो कैसे इस हालत में घर खाली करेंगी. गीता का कहना है कि 'प्रशासन बार-बार गर्भवती महिलाओं के लिए योजनाओं की बात कर रहा है लेकिन अब क्या? इतने कम समय के नोटिस पर हम घर खाली कैसे कर सकते हैं?'
हम कहां जाएं और कैसे? उन्होंने हमें मजबूर कर दिया है, 4 दिन बीत चुके हैं, वो हमसे घर खाली करने का कह रहे हैं, हम कहां जाएं?गीता, स्थानीय
गीता बताती हैं कि उन्होंने पिछले 3 दिन से कुछ नहीं खाया है, गीता ने प्रशासन पर सवाल उठाया है कि एक गर्भवती महिला ऐसे हालत में क्या करेगी और कहां जाएगी?
डोनाल्ड ट्रंप के भारत दौरे के लिए अहमदाबाद नगर निगम ने 100 करोड़ रुपये का बजट तैयार किया, अहमदाबाद के सरदार वल्लभभाई पटेल एयरपोर्ट से मोटेरा क्रिकेट स्टेडियम के 10 किलोमीटर के रूट का सौंदर्यीकरण किया गया है
'हम मर जाएंगे, लेकिन यहां से नहीं हटेंगे'
मोटेरा बस्ती के वनिता मुकेश का कहना है कि वो एक दशक से इस जगह पर रह रहे हैं, 'हमने कोई गुनाह नहीं किया है, वो हमें क्यों परेशान कर रहे हैं?'
हम यहां से नहीं जाएंगे, आप हमारे ऊपर बुलडोजर चला दो, हमें मार डालो लेकिन हम यहां से नहीं हटेंगेवनिता, स्थानीय
वहीं एक स्थानीय शख्स का कहना है, ‘’हम मजदूर हैं और इसी तरह अपना घर चलाते हैं, हम दिन के 200 रुपये ही कमा पाते हैं, क्या होता है 200 रुपये में? और इसपर वो हमें परेशान कर रहे हैं तो अब हमारे पास राशन भी नहीं है, आज हम अपने बच्चों को 10 रुपये भी नहीं दे सकते, ये हालत है’
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